हरदा। जिले की खिरकिया तहसील के अंतर्गत आने वाली चौकड़ी सोसायटी में समर्थन मूल्य पर हुई चना खरीदी में बड़ा घोटाला हुआ था. जिसके बाद यहां पर किसानों के भुगतान को रोककर घोटाले की जांच शुरू की गई थी. जिसमें से अब 31 किसानों को चने की फसल बेचने के 5 महीने बाद भी भुगतान नहीं हो पाया है. जिसके चलते तीन किसानों ने पुलिस की मौजूदगी में कीटनाशक दवा पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. फिलहाल तीनों किसानों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है.
बताया जा रहा है कि किसानों ने स्थानीय स्तर से लेकर मुख्यमंत्री तक को शिकायत दर्ज कराई थी. वहीं दो दिन पहले यहां के किसानों ने कलेक्ट्रेट आकर 24 सितंबर को चौकड़ी सोसायटी के सामने फांसी लगाने की चेतावनी दी थी. जिसको लेकर चौकड़ी सोसायटी के सामने किसानों की आत्महत्या की चेतावनी के बाद छीपाबड़ पुलिस को तैनात किया गया था. कीटनाशक दवा का सेवन करने वाले किसानों में सूरज, परमानंद और संदीप का नाम शामिल है.
कीटनाशक पीने वाले के परिजन की मानें तो उनका कहना है कि उनके भाई ने चौकड़ी सोसाइटी में समर्थन मूल्य पर हुई चना खरीदी के दौरान अप्रैल महीने में 141 क्विंटल चना बेचा था, लेकिन 5 महीने बीतने के बाद भुगतान न होने के चलते सभी जगह शिकायत करने के बाद भी जब कोई हल नहीं निकला तो वह कलेक्ट्रेट पहुंचकर आत्महत्या करने की चेतावनी दी थी. वहीं इस पूरे मामले को लेकर सहकारिता विभाग के अधिकारियों को दोषी ठहराया गया है.