हरदा। 10 नंबर की नीली जर्सी की क्या अहमियत है, क्रिकेट के शौकीन इसे अच्छी तरह जानते हैं. इस जर्सी को पहनकर जब सचिन तेंदुलकर मैदान में उतरते थे, तो चारों तरफ सचिन-सचिन की आवाजें गूंजने लग जाती थीं. यही वजह है कि क्रिकेट के दीवाने इस नीली जर्सी को पाने के लिए लाखों खर्च करने में गुरेज नहीं करेंगे. लेकिन, किसी युवती को खुद क्रिकेट के भगवान ये जर्सी गिफ्ट कर दें तो उसे कितनी खुशी होगी, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है.
मना मण्डलेकर, हरदा की वो बेटी हैं, जिन्हें सचिन ने गिफ्ट में ये दस नंबर की जर्सी खुद दी है. वजह है मना का वो जज्बा जिसने उसे फौलाद सा मजबूत बना दिया है. ईव टीजिंग की शिकार मना जब सड़क छाप मजनुओं से परेशान हो गईं तो उन्हें सबक सिखाना चाहती थीं. इस काम में उनकी मदद की कराटे कोच रितेश तिवारी ने. रितेश से सीखे कराटे के दांव-पेंच से मना ने न केवल सड़क छाप मजनुओं को सबक सिखाया, बल्कि कई प्रतियोगिताओं में पदक भी जीते. इतना ही नहीं मना ने अपना ये हुनर दूसरी लड़कियों को भी सिखाया ताकि उन्हें भी रोड साइड रोमियोज की सड़क छाप आशिक मिजाजी से परेशान न होना पड़े.
मना के इस हुनर के बारे में मास्टर-ब्लास्टर सचिन को तब पता चला, जब उन्होंने मिथाली राज सहित मना के साथ मंच शेयर किया था. यहां मना की कहानी सुनकर सचिन इतने प्रभावित हुए कि उन्हें अपने ऑटोग्राफ वाली जर्सी गिफ्ट कर दी. मना की कहानी ऐसी हजारों लड़कियों के लिए प्रेरणा है, जो इन मामूली दुश्वारियों की वजह से अपना भविष्य नहीं संवार पातीं.