हरदा। जिले की कृषि उपज मंडी में दिवाली के बाद शुरू हुई खरीदी के शुभ मुहूर्त के दौरान एक नई परंपरा की शुरुआत की गई है. कार्यक्रम में मौजूद प्रदेश के कृषि मंत्री ने शुभ मुहूर्त के दौरान मंडी में बिक्री के लिए लाने वाले किसानों सहित मंडी के हम्मालों, व्यापारियों और मंडी कर्मचारियों का तिलक लगाकर फूलमाला पहनाकर स्वागत किया. मंडी के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब किसानों को उपज बिक्री के दौरान कृषि मंत्री कमल पटेल ने आरती उतारकर सम्मान किया. इसके बाद बैलगाड़ी से उपज लाने वाले किसानों की उपज की नीलामी की शुरुआत की गई. इस दौरान मंत्री पटेल ने बोली लगाई और मूंग की फसल 41,111, चना 11,111 और सोयाबीन 5,501 रुपए के भाव से किसान को भुगतान किया, जबकि आम दिनों में मूंग 6 से 7 हजार रुपए प्रति क्विंटल, चना 4 से 5 हजार रुपए और सोयाबीन का भाव रहता है.
इस अवसर पर मंत्री कमल पटेल ने जिले के 27 गांवों में खेतों तक जाने के रास्ते के निर्माण की स्वीकृति के प्रमाण पत्र किसानों को वितरित किए. मंत्री कमल पटेल ने कहा कि दिवाली के बाद पहले शुभ मुहूर्त के दौरान व्यापारी हमेशा उत्साह में रहता है. अन्नदाता हम सब का जीवन दाता है. इसलिए जब भी कोई किसान अपनी उपज मंडी में बिक्री के लिए लेकर आता है तो व्यापारी और मंडी कर्मचारियों को उस किसान का चंदन का तिलक लगाकर स्वागत करना चाहिए. हमने हरदा से आज इस नई परंपरा की शुरुआत की है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आय दोगनी होने का जो सपना देखा है वह आज शुभ मुहूर्त के दौरान किसानों को उनकी उपज का उच्चतम दाम मिलने से पूरा होता दिखाई दे रहा है. किसानों को उनकी उपज का उच्चतम दाम मिला, जिस वजह से किसानों के चेहरे कमल के फूल की तरह खिल गए हैं.
- टिमरनी खरीदी केंद्र का निरीक्षण
कलेक्टर संजय गुप्ता ने बुधवार को शासकीय गोदाम खरीदी केंद्र टिमरनी का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने सर्वेयर को निर्देशित किया कि किसानों को धान खरीदी के मानकों से अवगत कराएं. इस बात का ध्यान रखा जाए कि मानकों का पालन करते हुए कोई भी किसान परेशान न हों. खरीदी केंद्र पर कृषकों के लिए पेयजल, छाया आदि की व्यवस्था हो. उन्होंने निरीक्षण के दौरान SDM, राजस्व अधिकारी और तहसीलदार को खरीदी केंद्र की सतत मॉनीटरिंग करने के लिए निर्देशित किया. कलेक्टर गुप्ता ने जिला प्रबंधक वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन को निर्देशित किया कि समिति प्रबंधक रोजाना खरीदे गए माल को शासकीय वेयर हाउस में जमा कराएं.
- उज्जैन में किसानों के चेहरे खिले
दिवाली पर्व के कारण छह दिन पहले बंद हुई उज्जैन कृषि मंडी में दोबारा रौनक देखने को मिली. ऊंचे दाम मिलने की उम्मीद से कई किसान एक दिन पहले ही मंडी पहुंच गए थे. बीते साल उत्पादन ज्यादा होने से सोयाबीन 4500 रुपए तक बिका था. लेकिन इस साल कम उत्पादन में भी किसानों के उम्मीद से ज्यादा पैसा मिला है. वहीं सोयाबीन 5500 रुपए क्विंटल के भाव से बिका, जिससे किसानों के चेहरे पर रौनक है. इसके अलावा गेहूं 3200 रुपए क्विंटल, मक्का 1600 रुपए और ज्वार 2100 रुपए क्विंटल के साथ ही चना भी अच्छी कीमत में बिका है.
- देवास में किसान उपज लेकर पहुंचे मंडी
देवास कृषि उपज मंडी में दिवाली के छह दिन बाद बड़ी संख्या में किसान अपनी उपज लेकर पहुंचे. बुधवार सुबह सबसे पहले मंदिर में मां अन्नपूर्णा की पूजा-अर्चना की गई और व्यापारियों ने आतिशबाजी भी की. इसके बाद कृषि उपज मंडी के व्यापारियों ने नीलामी शुरू की. मंडी के व्यापारियों ने सोयाबीन की बोली पांच हजार रुपए से शुरू की. आखिर में किसान का सोयाबीन सात हजार एक रुपये 25 पैसे में व्यापारियों ने खरीदा. वहीं गेहूं शुभ मुहूर्त में तीन हजार 601 रुपए में बिका.
- आगर-मालवा में भी खरीदी गई उपज
छह दिन के अवकाश के बाद कृषि उपज मंडी खुलने के बाद बुधवार को शुभ मुहूर्त में किसानों से उपज खरीदी की गई. इस दौरान ओसवाल इंडस्ट्री ने पांच हजार 151 रुपए प्रति क्विंटल के दाम पर किसान से सोयाबीन खरीदी. जिले में दिवाली के दो दिन पहले से ही अवकाश शुरू हो गए थे. बुधवार को अवकाश खत्म होने के बाद कृषि उपज मंडी में शुभ मुहूर्त के साथ उपज की खरीदी हुई. यहां व्यापारियों ने पूजा-पाठ करने के बाद नीलामी में हिस्सा लिया. नीलामी के दौरान पहले किसान का पुष्प मालाओं के साथ सम्मान किया गया.