हरदा। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने चुनाव आयोग से मध्यप्रदेश में बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की है. जिस पर शिवराज सरकार में कृषि मंत्री कमल पटेल ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास उप-चुनाव के लिए कोई मुद्दा नहीं है. इसलिए कांग्रेस के नेता चुनाव होने के पहले ही अपनी हार स्वीकार करते हुए ढिंढोरा पीट रहे हैं.
कृषि मंत्री कमल पटेल ने दावा किया है कि चाहे बैलेट पेपर या ईवीएम मशीन से चुनाव किए जाएं, जीत भाजपा को ही मिलेगी. उन्होंने कहा कि हार के बाद नेता जो बयान देते हैं, वो सज्जन सिंह वर्मा चुनाव के पहले ही दे रहे हैं. इस दौरान कमल पटेल ने कांग्रेस से बीजेपी में आए विधायकों के लिए कहा कि जो लोग सच्चे थे, वो आज बीजेपी में हैं.
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि झूठ की दम पर बनी कांग्रेस सरकार ने जनता के साथ अन्याय किया, जो वचन कर के चुनाव जीता वो सरकार में आते ही भूल गए. इसलिए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 22 विधायकों के साथ कांग्रेस को धक्का दिया और बीजेपी में आ गए, क्योंकि बीजेपी जो कहती है वो करती है, जबकि कांग्रेस सिर्फ सत्ता पाने के लिए झूठे वादे करती है.
इससे पहले पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने चुनाव आयोग और राष्ट्रपति को पत्र लिखकर श्रीलंका की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी उप-चुनाव शीघ्र कराने का अनुरोध किया था. उन्होंने पत्र में उन्होंने लिखा था कि जैसे कोरोना से बचाव करते हुए बैलेट पेपर के माध्यम से श्रीलंका में संसदीय चुनाव संपन्न हो सकते हैं, तो मध्य प्रदेश में उप-चुनाव क्यों नहीं?