हरदा। जिले में जनवरी में प्रशासन द्वारा मनाए जाने वाले भुआणा उत्सव में सामाजिक एकता को मजबूत करने के लिए एक नई पहल की तैयारी की जा रही है. उत्सव में बांटी जाने वाली निःशुल्क खिचड़ी के लिए प्रशासन ने जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों के छात्रों से अपने-अपने घरों से मुठ्ठी भर दाल और चावल लाने का आग्रह किया जा रहा है. जिला मुख्यालय से करीब 8 किलोमीटर दूर ग्राम रन्हाई के हाईस्कूल से इसकी शुरुआत की गई है. कलेक्टर एस विश्वनाथन ने भुआणा उत्सव में आम जन की भागीदारी को बढ़ाने रन्हाई के हाई स्कूल में पंम्पलेट बांटकर बच्चों को अपने परिवार के साथ इस आयोजन में शामिल होने को आमंत्रित किया है.
जानिए मकर संक्रांति का महत्व
मकर संक्रांति पर्व पर खिचड़ी खाने का अपना विशेष महत्व है. ज्योतिष के अनुसार इस दिन दाल, चावल, नमक और हरी सब्जियों से बनी खिचड़ी खाने से पूरे साल निरोगी रहते हैं. बता दें कि चावल को चंद्रमा का प्रतीक, कालीउड़द की दाल को शनि, हल्दी ब्रहस्पति, नमक शुक्र ,खिचड़ी की गर्मी मंगल और सूर्य से जोड़ती है, वहीं हरी सब्जियों का संबंध बुध से माना जाता है.मकर संक्रांति के दिन नए अनाज की खिचड़ी खाने से सारे कमजोर गृह मजबूत होते हैं. इस दिन खिचड़ी खाने से मनुष्य साल भर आरोग्य रहता है.
पतंगबाजी प्रतियोगिता का आयोजन
वहीं प्रशासन ने मकर सक्रांति के अवसर पर जिले के हंडिया के नर्मदा तट पर मनाए जाने वाले तीन दिवसीय उत्सव के लिए खिचड़ी बनाने का निर्णय लिया है. भुआणा उत्सव में जिले की सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड़े नृत्य, खेल, लोक गीत को मंच प्रदान किया जाएगा. साथ ही नौका विहार, रस्साकशी, खो-खो जैसी प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएंगी. वहीं मकर संक्रांति पर पतंगबाजी प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी.