हरदा। कोरोना संकट के बीच करीब 19 हजार से अधिक संविदा स्वास्थ्यकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे स्वास्थ्य सुविधाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं. हरदा जिले में करीब 150 से अधिक संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर जाने से टीकाकरण का काम प्रभावित हुआ है. जिले में बनाए गए 45 केंद्रों में से मात्र 15 केंद्रों पर ही टीकाकरण का सेशन सुचारू रूप से संचालित हो पाया है.
संविदा स्वास्थ्यकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल
30 केंद्रों पर टीकाकरण का काम प्रभावित हुआ है, जिन केंद्रों पर 2 नर्सों के द्वारा वैक्सीन लगाई जा रही थी. वहां अब मात्र एक नर्स के भरोसे पूरा केंद्र चल रहा है. जिसके चलते केंद्र पर वैक्सीन लगाने आने वाले लोगों को लाइन लगाकर इंतजार करना पड़ रहा है.
नियमित कर्मचारियों का 90% न्यूनतम वेतनमान देने की मांग
संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा मंगलवार को अपने हाथों में तख्तियां बैनर लेकर अपनी मांगों को पूरा करने की अपील की गई है. संविदा स्वास्थ्य कर्मी संघ के जिला अध्यक्ष का कहना है कि राज्य स्वास्थ्य समिति और जिला स्वास्थ समिति, संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों का 90% न्यूनतम वेतनमान दिए जाने का आदेश जारी हो गया है, लेकिन अब तक उसका पालन नहीं किया गया है. जिसके चलते कर्मचारियों में आक्रोश है.
दो सूत्रीय मांगों को लेकर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल
मांगे पूरी नहीं होने पर हड़ताल रहेगा जारी
उन्होंने बताया कि संविदा स्वास्थ्य कर्मी अपनी जान पर खेलकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं दे रहे हैं, लेकिन शासन प्रशासन उनकी मांगों को नहीं मान रहा है, जिसके चलते मजबूरी वश अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाना पड़ा है. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार के द्वारा उनकी मांगों को नहीं माना जाता, तब तक वह हड़ताल पर रहेंगे.