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चार साल में चौपट हुआ करोंड़ों रूपए से बना ट्रामा सेंटर

ट्रामा सेंटर में देर शाम सड़क दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल हुईं दो महिला पटवारियों को भर्ती कराया गया. संसाधनों की कमी के कारण उन्हे भोपाल रेफर कर दिया गया, जिसमें रास्ते में एक की मौत हो गई जबकि दूसरी महिला की हालत गंभीर बनी हुई है.

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Published : Oct 23, 2019, 6:16 PM IST

ट्रामा सेंटर की हालत खस्ता

हरदा। तीन साल पहले 4.74 करोड़ रुपए की लागत से बने ट्रामा सेंटर की हालत खस्ता हो चुकी है. बीती देर शाम सड़क दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल हुए दो महिला पटवारियों को संसाधनों की कमी के कारण भोपाल रेफर कर दिया गया, जिसमे रास्ते में एक की मौत हो गई जबकी दूसरी महिला की हालत गंभीर बनी हुई है.

ट्रामा सेंटर की हालत खस्ता


जिला मुख्यालय पर करीब साढ़े तीन साल पहले जिले के तत्कालीन प्रभारी मंत्री सरताज सिंह, सांसद ज्योति धुर्वे एवं विधायक डॉ आरके दोगने ने 4.74 करोड़ रुपए की लागत से बने ट्रामा सेंटर का उद्धघाटन किया गया था, लेकिन आज तक इस ट्रामा सेंटर पर जरूरी संसाधनों, स्टाप सहित अन्य सुविधाओं का अभाव बना हुआ है. शासन की मंशानुरूप ट्रामा सेंटर पर किसी दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल मरीजों को उपचार किया जाना चाहिए था, अस्पताल के हालात कुछ और बयां करते हैं.


बीती देर शाम सड़क दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल हुए दो महिला पटवारियों को यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद भोपाल रैफर कर दिया गया था, रास्ते मे ही पटवारी निकिता अग्रवाल ने दम तोड़ दिया. वहीं पटवारी मोनिका पटेल स्थिति गंभार बनी हुई है.

हरदा। तीन साल पहले 4.74 करोड़ रुपए की लागत से बने ट्रामा सेंटर की हालत खस्ता हो चुकी है. बीती देर शाम सड़क दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल हुए दो महिला पटवारियों को संसाधनों की कमी के कारण भोपाल रेफर कर दिया गया, जिसमे रास्ते में एक की मौत हो गई जबकी दूसरी महिला की हालत गंभीर बनी हुई है.

ट्रामा सेंटर की हालत खस्ता


जिला मुख्यालय पर करीब साढ़े तीन साल पहले जिले के तत्कालीन प्रभारी मंत्री सरताज सिंह, सांसद ज्योति धुर्वे एवं विधायक डॉ आरके दोगने ने 4.74 करोड़ रुपए की लागत से बने ट्रामा सेंटर का उद्धघाटन किया गया था, लेकिन आज तक इस ट्रामा सेंटर पर जरूरी संसाधनों, स्टाप सहित अन्य सुविधाओं का अभाव बना हुआ है. शासन की मंशानुरूप ट्रामा सेंटर पर किसी दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल मरीजों को उपचार किया जाना चाहिए था, अस्पताल के हालात कुछ और बयां करते हैं.


बीती देर शाम सड़क दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल हुए दो महिला पटवारियों को यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद भोपाल रैफर कर दिया गया था, रास्ते मे ही पटवारी निकिता अग्रवाल ने दम तोड़ दिया. वहीं पटवारी मोनिका पटेल स्थिति गंभार बनी हुई है.

Intro:हरदा जिला मुख्यालय पर करीब साढ़े तीन साल पहले जिले के तत्कालीन प्रभारी मंत्री सरताज सिंह,सांसद ज्योति धुर्वे एवं विधायक डॉ आर के दोगने ने 4.74करोड़ रुपए की लागत से बने ट्रामा सेंटर का उद्धघाटन किया गया था।लेकिन आज तक इस ट्रामा सेंटर पर जरूरी संसाधनों,स्टाप सहित अन्य सुविधाओं का अभाव बना हुआ है।शासन की मंशानुरूप ट्रामा सेंटर पर किसी दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल मरीजो को उपचार किया जाना चाहिए था।लेकिन इसके लिए यहां पर अब तक किसी भी जनप्रतिनिधि ओर ना ही अधिकारियों के द्वारा कोई ठोस कदम उठाएं है।बीती देर शाम सड़क दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल हुए दो महिला पटवारियों को यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद भोपाल रैफर कर दिया गया था।जहां रास्ते मे ही पटवारी निकिता पिता प्रदीप अग्रवाल ने दम तोड़ दिया।वही पटवारी मोनिका पिता बालकिशन पटेल भी गम्भीर रूप से घायल होने के चलते भोपाल में उपचार जारी है।


Body:वर्ष 2012 में लगभग 8 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृतिप्रदान की गई थी।जिसमे भवन निर्माण 4.74करोड़ एवं मेटरनिटीविंग,माइक्रो बायोलॉजी लैब बनाने की भी मंजूरी मिली थी।लेकिन अब तक कोई सुविधाएं नही मिल पाई है।जिसके चलते यहां पर ट्रामा सेंटर के शुरू होने के साढ़े तीन साल बाद भी केवल सामान्य मरीजो का ही उपचार हो पा रहा है।सड़क दुर्घटना में गम्भीर मरीजो को आज भी उपचार के लिए इंदौर भोपाल भेज दिया जाता है।जिसके चलते कई मरीजो को अपनी जान तक गवानी पड़ती है।शासन को यहां पर जल्द ही जरूरी संसाधन ओर स्टाप की व्यवस्था करानीचाहिए।
बाईट-रमेश सोनकर,निवासी हरदा


Conclusion:पिछले एक सप्ताह पहले सिविल सर्जन का दायित्व ग्रहण करने वाले डॉ शिरीष रघुवंशी का कहना है यहां पर रोजाना गम्भीर मरीज आते है।फिलहाल यहां पर डोपीडी शुरू की गई है।वही मेल वार्ड को आइसीयू वार्ड में कँवर्ड किया जा रहा है।चूंकि इससे पहले दूसरे डॉक्टर सिविल सर्जन थे इसलिए यहां की कमियों को लेकर ज्यादा नही बता सकता।फिलहाल जिला अस्पताल में ओटी में बार बार संक्रमण होने की वजह से अब ट्रामा सेंटर में ओटी शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी गई है।इसके अलावा अन्य बीमारियों के भी ऑपरेशन जल्द ट्रामा सेंटर में किये जायेंगे।
बाईट- डॉ शिरीष रघुवंशी
सिविल सर्जन जिलाअस्पताल हरदा
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