हरदा। जिले के व्यापारियों ने किसानों को उनकी उपज के 2 लाख रुपए का भुगतान नहीं किया है. जिसके बाद मंडी प्रशासन ने हरदा मंडी को बंद रखा. इसके कारण मंडी में खरीदी नहीं हो पाई है. वहीं किसान संघ का आरोप है कि स्थानीय व्यापारी अपने निजी लाभ और नगदी की कमी को लेकर किसानों को परेशान कर रहे हैं.
भारतीय किसान संघ के जिला उपाध्यक्ष चिरौंजीलाल विश्नोई ने बताया कि मध्यप्रदेश की सभी जिलों की मंडियों में 2 लाख रुपये तक का नगद भुगतान हो रहा है और मंडियां सुचारू रूप से संचालित हो रही हैं. मंडी में कुछ व्यापारियों के पास नगद की व्यवस्था नहीं है, इसलिए वे किसानों को परेशान कर रहे हैं. उन्होंने व्यापारियों से तुरंत किसानों का नगद भुगतान करने की मांग की.
मंडी बंद के सवाल का जवाब देते हुए चिरौंजीलाल विश्नोई ने कहा कि किसान अपनी फसल मंडी में ला रहा है, लेकिन व्यापारी किसानों के भुगतान को रोककर उन्हें बेवजह परेशान कर रहे हैं. मंडी सचिव ने बताया कि हरदा में मंडी प्रशासन के द्वारा मिले निर्देशानुसार किसानों को उनकी उपज खरीदने पर सभी व्यापारियों को दो लाख तक का नगद भुगतान करने के लिखित निर्देश दिए गए हैं. किसान संगठनों को कैशलेस व्यवस्था में परेशानी आने पर सरकार से दो लाख नगद भुगतान करने की मांग की गई थी, जिसे लेकर प्रदेश सरकार और मंडी बोर्ड ने सभी किसानों को 2 लाख रुपए कैश भुगतान करने को कहा गया है. पहले भी व्यापारियों के द्वारा भुगतान नगद में ही किया जाता रहा है.