हरदा। कृषि उपज मंडी में आम किसान यूनियन के बैनर तले अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे किसानों ने केंद्र की मोदी और प्रदेश की कमलनाथ सरकार को सद्बुद्धि के लिए सुंदरकांड का पाठ किया. अनिश्चितकालीन हड़ताल के दूसरे दिन धरनास्थल पर ही पाठ किया गया.
किसानों का आरोप है कि हमारे द्वारा खून पसीना बहाकर फसल पैदा की जाती है. हमें उसकी लागत के मुकाबले हमेशा से ही कम मूल्य मिलता आ रहा है. इस साल भी जिले में मूंग की फसल की बड़ी मात्रा में पैदावार हुई है. लेकिन समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू नहीं होने के कारण किसानों को मूंग कम दामों पर मंडियों में बेचने पर मजबूर होना पड़ रहा है. केंद्र और राज्य सरकार की आपसी लड़ाई का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. सरकारों को आपसी तालमेल कर फसलों का समर्थन मूल्य तय करना चाहिए. जिले के करीब पांच सौ हेक्टेयर में 12 हजार से अधिक किसानों ने बुआई की थी.
यह है हड़ताल का कारण
केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा लागत मूल्य के आधार पर फसलों का दाम तय किए जाने सहित अन्य मांगों को लेकर आम किसान यूनियन के बैनर तले किसान कृषि उपज मंडी में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. किसानों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी सभी मांगों को पूरा नहीं किया जायेगा वह हड़ताल जारी रखेंगे.