हरदा। चौकड़ी सोसाइटी में समर्थन मूल्य पर चने की खरीदी के दौरान फर्जी बिल के कारण चना किसानों का भुगतान रोक दिया गया था. जिसको लेकर किसानों ने भुगतान को लेकर चौकड़ी सोसाइटी के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. वहीं एआरसीएस अखिलेश चौहान ने बताया कि वास्तविक किसान भुगतान से वंचित न हो इसके लिए हमारे द्वारा एक जांच समिति गठित की गई थी. हमारे द्वारा सभी पात्र किसानों को कल से भुगतान शुरू कर दिया जाएगा, जिस समिति से चना के खरीदी की जा रही थी. वह जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित होशंगाबाद की खिरकिया शाखा की है.
सहकारिता विभाग ने किया था हस्ताक्षेप
मामले की जानकारी आने के बाद सहकारिता विभाग के द्वारा 25 जून को जांच की गई, जिसमें 28 से 4 क्विंटल चने की हेराफेरी की बात सामने आई थी. समिति के द्वारा 41 किसानों को पूर्व में 22 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया है. वहीं 166 किसानों को करीब 6 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाना बाकी है. सहकारिता विभाग के मुताबिक चौकड़ी समिति ने 853 किसानों से करीब 37 हजार क्विंटल चना खरीदा था, इनमें से 28 हजार 944 क्विंटल वेयरहाउस में जमा है.
कल से होगा किसानों को भुगतान
प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल के विधानसभा क्षेत्र और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा के गृह ग्राम में सैकड़ों किसानों को उनके द्वारा समर्थन मूल्य पर 1 माह पूर्व बेचे गए चने का भुगतान नहीं हो सका है. जिसके चलते नाराज किसानों ने सोसाइटी कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया. उधर इस मामले में समिति प्रबंधक के द्वारा अधिक बिल बनाए जाने का मामला सामने आने के बाद सहकारिता विभाग के द्वारा समिति को ब्लैक लिस्टेड करते हुए प्रबंधक दिनेश बघेल को बर्खास्त कर दिया गया. प्रबंधक के खिलाफ गड़बड़ी करने के मामले में छीपाबड़ थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी. सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त का कहना है, समिति के सभी पात्र किसानों की भुगतान की प्रक्रिया शुरू हो गई है. कल से उनके खातों में राशि पहुंचने लगेगी. जांच कमेटी को समिति में 5200 क्विंटल चने की गड़बड़ी मिली है. जिसका मूल्य करीब ढाई करोड़ रुपए के आस-पास है.
किसानों से जुड़े मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने सोसायटी पर चारों ओर से आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं. पूर्व विधायक डॉ. आरके दोगने एवं राजीव गांधी पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत डाले और किसान कांग्रेस के प्रदेश महासचिव मोहन विश्नोई ने भी किसानों के इस मुद्दे को लेकर धरना प्रदर्शन में शामिल होकर किसानों को जल्द से जल्द भुगतान किए जाने की मांग की है. भारतीय किसान संघ से जुड़े कुछ पदाधिकारियों ने भी धरना प्रदर्शन में शामिल होकर किसानों की आवाज से आवाज मिलाई है.
इस पूरे मामले में एआरसीएस अखिलेश चौहान ने बताया कि चौकड़ी समिति के द्वारा फर्जी तरीके से बिल बनाए जाने के बाद किसानों के भुगतान पर रोक लगा दी गई थी. ताकि अपात्र किसानों को भुगतान न हो पाए. वास्तविक किसान भुगतान से वंचित न हो इसके लिए हमारे द्वारा एक जांच समिति गठित की गई थी. हमें 25 हजार 310 क्विंटल की सूची प्राप्त हुई है. हमारे द्वारा सभी पात्र किसानों को कल से भुगतान शुरू कर दिया जाएगा.
5 हजार 200 क्विटल चने के फर्जी बिल
2 हजार 845 क्विंटल का मिलान किया जाना बाकी है. जांच के दौरान समिति के द्वारा 28 हजार 156 क्विंटल चना खरीदी और 28 हजार 157 क्विंटल के परिवहन के दस्तावेज मिल गए हैं, लेकिन समिति प्रबंधक के द्वारा 28 हजार 156 क्विंटल खरीदी के अलावा 33 हजार 339 क्विंटल चने का बिल बनाया गया था, जिसके आधार पर करीब 5 हजार 200 क्विटल चने के फर्जी बिल बनाने की बात सामने आ रही है.