हरदा। मुझे तोड़ लेना वनमाली, उस पथ पर देना तुम फेक, मातृभूमि पर शीश चढ़ाने जिस पथ जावें वीर अनेक...राष्ट्रकवि माखनलाल चतुर्वेदी की पुष्प की अभिलाषा नामक कविता की पंक्तियां लॉकडाउन के दौरान हरदा में चरितार्थ होती दिख रही हैं.

यहां एक किसान पांच एकड़ के खेत में फूलों की फसल लगाई गई थी. जिससे किसान अपने परिवार का भरण पोषण कर सके, लेकिन लॉकडाउन के चलते सभी धार्मिक स्थलों और शादी समारोह के आयोजन न होने के कारण उसके द्वारा लगाई गई फूलों की फसल बाजार में बिक नहीं पा रही है.
इस वजह से किसान को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है. वहीं अब ये किसान अपनी मेहनत से उगाए इन फूलों को कोरोना वायरस के संक्रमण के बचाव के लिए योद्धा बनकर कर समाज और देश की सेवा में जुटे सफाई कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों और डॉक्टर के सम्मान में उनके ऊपर पुष्प वर्षा कर अपने फूलों की सुगंध को सार्थक कर रहा है.
कोरोना से जंग में निभा रहे अहम भूमिका
किसान के द्वारा अपने खेत में लगे फूलों को बाजार में न बिकने के कारण पहले उसने फूल दो खेत में ही तोड़कर फेंक दिए थे, लेकिन जब उसने कोरोना वायरस की लड़ाई में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले कोरोना योद्धा की दिन रात की कड़ी मेहनत देखी तो उसने मैदानी आमले का दिल से सम्मान करने का मन बना लिया. फिर क्या था उसने शहर में सफाई का काम करने वाले कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों के साथ-साथ मेडिकल के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों का अपने खेत के फूलों से सम्मान करना शुरू कर दिया.
पुलिस ने की तारीफ
किसान धीरेंद्र सैनी ने जब शहर में सफाई का काम करने वाली महिला कर्मचारियों सहित अन्य कर्मचारियों का फूल बरसाकर स्वागत किया तो उन्हें काफी खुशी हुई कि आज समाज उनकी सेवाओं को लेकर जमीनी स्तर के कर्मचारियों को भी अपनी स्वेच्छा से आगे आकर सम्मानित कर रहा है. वहीं सिविल लाइन थाना में पदस्थ हेड कांस्टेबल संजय ठाकुर ने कहा कि शासन के निर्देश के अनुसार उनके द्वारा लगातार नागरिकों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए सोशल डिस्टेंस का पालन करने सहित तमाम बातों की रोजाना अपील की जा रही है. एक किसान द्वारा उनकी सेवाओं को समझ कर सम्मानित किया गया, जिसे देख कर उन्हें काफी अच्छा लग रहा है.