हरदा। जिले की कई सहकारी समितियों में कार्यरत 250 से अधिक कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर अनिश्र्चितकालीन हड़ताल पर हैं. जिसके चलते सात दिनों से राशन दुकानें बंद हैं, जिससे चलते लोगों को काफी परेशानी हो रही है, दूसरी तरफ कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक ये हड़ताल जारी रहेगी.
मानेगी सरकार तभी खत्म करेंगे हड़ताल, सात दिनों से धरने पर बैठे सहकारी कर्मचारी
जिले में सहकारी समितियों के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तब तक हड़ताल चलती रहेगी.
सहकारी कर्मचारियों की हड़ताल
हरदा। जिले की कई सहकारी समितियों में कार्यरत 250 से अधिक कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर अनिश्र्चितकालीन हड़ताल पर हैं. जिसके चलते सात दिनों से राशन दुकानें बंद हैं, जिससे चलते लोगों को काफी परेशानी हो रही है, दूसरी तरफ कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक ये हड़ताल जारी रहेगी.
Intro:हरदा जिले की विभिन्न सहकारी समितियों में कार्यरत करीब 250 से अधिक कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। जिससे जिले की करीब 100 से अधिक राशन दुकाने पिछले सात दिनों से बंद होने के कारण लोगो को इन दुकानों से राशन नही मिल पा रहा है।उधर कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता उनकी हड़ताल जारी रहेगी।अनिश्चितकालीनहड़ताल पर बैठे कर्मचारियों से मिलने अब तक कोई अधिकारी नही पहुचा है।
Body:मध्यप्रदेश सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ हरदा के जिला अध्यक्ष मुकेश कुमार तिवारी ने बताया कि जिले के करीब 250 कर्मचारी पिछले सातदिनों से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए है।लेकिन अब तक कोई भी वरिष्ठअधिकारी ने उनकी सुध नहीं ली है।उनका कहना है कि सरकार को सहकारिता कर्मचारियों का जिला केडर बनाया जाना चाहिए।साथ ही सभी कर्मचारियों का वेतनमान निर्धारण किया जाना चाहिए।वही ऋणमाफी योजना के अंतर्गत जिन कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई हो उसे वापस लेना चाहिए।यदि जांच में कोई कर्मचारी दोषी ठहराया जाता है तो उसके खिलाफ उचित कार्यवाही करनी चाहिए।
बाईट - मुकेशकुमार तिवारी जिलाध्यक्ष सहकारिता कर्मचारी संघ हरदा
Conclusion:उधर कर्मचारियों के द्वारा शहर के वीर तेजाजी चोक के लिए धरने को लेकर अनुमति ली गई थी लेकिन बारिश की वजह से एक निर्माणाधीन मकान में कर्मचारियों के द्वारा धरना दिया गया है।जहां पर उन्हें नियमित करने और मांगो को पूरा करने को लेकर जमकर नारेबाजी की गई।
Body:मध्यप्रदेश सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ हरदा के जिला अध्यक्ष मुकेश कुमार तिवारी ने बताया कि जिले के करीब 250 कर्मचारी पिछले सातदिनों से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए है।लेकिन अब तक कोई भी वरिष्ठअधिकारी ने उनकी सुध नहीं ली है।उनका कहना है कि सरकार को सहकारिता कर्मचारियों का जिला केडर बनाया जाना चाहिए।साथ ही सभी कर्मचारियों का वेतनमान निर्धारण किया जाना चाहिए।वही ऋणमाफी योजना के अंतर्गत जिन कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई हो उसे वापस लेना चाहिए।यदि जांच में कोई कर्मचारी दोषी ठहराया जाता है तो उसके खिलाफ उचित कार्यवाही करनी चाहिए।
बाईट - मुकेशकुमार तिवारी जिलाध्यक्ष सहकारिता कर्मचारी संघ हरदा
Conclusion:उधर कर्मचारियों के द्वारा शहर के वीर तेजाजी चोक के लिए धरने को लेकर अनुमति ली गई थी लेकिन बारिश की वजह से एक निर्माणाधीन मकान में कर्मचारियों के द्वारा धरना दिया गया है।जहां पर उन्हें नियमित करने और मांगो को पूरा करने को लेकर जमकर नारेबाजी की गई।