हरदा। जिले की चौकड़ी सहकारी समिति के प्रबंधक दिनेश बघेल को चना खरीदी में हेरा-फेरी के चलते बर्खास्त कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक समिति प्रबंधन पर गड़बड़ी के आरोप लगने के बाद सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त अखिलेश चौहान ने समिति के सभी भुगतान पर रोक लगा दी थी. जिसके बाद सहकारी समिति चौकड़ी के दस्तावेजों की जांच के लिए टीम गठित की गई. जांच दल ने पाया कि समिति प्रबंधक दिनेश बघेल ने 2804 क्विंटल चने की हेरा-फेरी की है. जिसकी कीमत करीब 1 करोड़ 36 लाख रूपए बताई जा रही है.
जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी सतीश सिटोके ने पूरे मामले में बारीकी से जांच की है. जिसमें पाया गया कि समिति प्रबंधक ने वास्तविक किसानों के साथ-साथ फर्जी किसानों के नाम से चना बिक्री के बिल बनाए हैं. वहीं 12 जून को स्टॉक के मिलान के दौरान मौके पर तुलाई के लिए लाया गया चना कम पाया गया. जबकि समिति प्रबंधक ने पहले से ही ज्यादा बिल बना लिए गए थे. समिति प्रबंधक ने अपनी सफाई में भूलवश बिल बनाए जाने की बात कही गई, लेकिन जांच के दौरान दूध का दूध और पानी का पानी हो गया.
एआरसीएस अखिलेश चौहान ने बताया कि नोडल अधिकारी की जांच के आधार पर 2804 क्विंटल चने की गड़बड़ी सामने आई है. समिति प्रबंधक को बर्खास्त करने के साथ-साथ समिति को भंग कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सत्यापन के बाद सभी वास्तविक किसानों को भुगतान कर दिया जाएगा.
एसपी मनीष कुमार अग्रवाल ने बताया कि चना खरीदी में गड़बड़ी के मामले में सहकारिता विभाग के सहायक निरीक्षक की शिकायत पर छीपाबड़ थाने में सेवा सहकारी समिति चौकड़ी के प्रबंधक दिनेश बघेल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में और भी धाराएं बढ़ाई जा सकतीं हैं.