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उंदरा कच्छ की मुख्य नहर में पहुंचकर विधायकों ने की पूजा-अर्चना, तवा डैम से छोड़ा गया है पानी - जिलाध्यक्ष अमरसिंह पटेल

हरदा के किसानों के लिए पहुंचा ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल के लिए नहरों में तवा डैम का 850 क्यूसेक पानी ही मिल पाया है. इस दौरान जिले के विधायक कमल पटेल और संजय शाह ने अधिकारियों के साथ पहुंचकर नहरों का पूजन किया और साथ ही किसानों से अपील की कि प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने की आशंका के चलते सोशल डिस्टेंस बना कर आपना कार्य.

Both MLAs prayed after reaching the main canal of Undrakachcha
उंदरा कच्छ की मुख्य नहर में पहुंचकर दोनों विधायकों ने की पूजा अर्चना
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Published : Apr 5, 2020, 8:42 PM IST

Updated : Apr 5, 2020, 9:49 PM IST

हरदा। जिले में किसानों को ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल की सिंचाई के लिए तवा डैम की नहरों में ग्राम उंदरा कच्छ के पास मुख्य नहर 3008 पर पहुंचा. इस दौरान जिले के दोनों विधायक कमल पटेल और संजय शाह ने अधिकारियों के साथ पहुंचकर पानी आने पर नहरों का पूजन अर्चन किया और साथ ही किसानों से अपील की है कि प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने की आशंका के चलते सोशल डिस्टेंस रख कर कृषि कार्य करें. वहीं इस अवसर पर बीजेपी जिलाध्यक्ष अमरसिंह पटेल और सिंचाई विभाग के अधिकारी मौजूद रहें.

उंदरा कच्छ की मुख्य नहर में पहुंचकर दोनों विधायकों ने की पूजा अर्चना

वहीं जिले के किसानों की डिमांड के बाद भी 2250 क्यूसेक के मुकाबले पहले दिन 850 क्यूसेक पानी ही मिल पाया है, जबकि तवा डेम में पर्याप्त मात्रा में पानी है.

किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के चलते हुआ भारी नुकसान

रवि और खरीफ की फसलों में किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के चलते भारी नुकसान और हानि हुई थी. वहीं इस बार तवा डैम में बारिश अच्छी होने से तीसरी फसल के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी होने के चलते जिले के किसान संगठनों द्वारा शासन से जिले के किसानों के लिए 2250 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की मांग को लेकर आंदोलन भी किया था. वहीं नहर में पानी आने के पहले ही टिमरनी विधायक संजय शाह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर बताया की जल संसाधन विभाग के द्वारा उनकी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांवों के किसानों को कम पानी दिया जा रहा है, जबकि हरदा विधानसभा में पानी ज्यादा दिया जा रहा है.

वहीं विधायक शाह ने कलेक्टर अनुराग वर्मा से मुलाकात कर कहा की रूदलाई, अजनई , हरदा उपनहर और माचक उपनहर सिराली में रख-रखाव के नाम पर पानी नहीं छोड़ा जा रहा है. जिससे किसानों में नाराजगी व्याप्त है. वहीं हरदा विधायक कमल पटेल के द्वारा लगातार दावे किए जा रहे हैं कि उन्हीं के प्रयासों से जिले के किसानों को ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल के लिए पानी मिला है.

रेवापुर उपनहर के SDO को बनाया गया प्रभारी

जल संसाधन विभाग के द्वारा ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल से सिंचाई के लिए किसानों को किसी तरह की समस्या के समाधान के लिए नियंत्रण कक्ष बनाया है, जिसके लिए रेवापुर उपनहर के एसडीओ वायएस यादव को प्रभारी बनाया गया है.

लगाई गई कर्मचारियों की अलग अलग शिफ्ट में ड्यूटी

नियंत्रण कक्ष का फोन नंबर 07577-222065 रहेगा. यहां अलग-अलग शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई हैं और कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार मुख्य नहर 3008 पर शाम 4 बजे तक कुल 850 क्यूसेक पानी तवा डेम से आया है, जिसमे एचबीसी को 394 क्यूसेक और एलबीसी में 456 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है.

हरदा। जिले में किसानों को ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल की सिंचाई के लिए तवा डैम की नहरों में ग्राम उंदरा कच्छ के पास मुख्य नहर 3008 पर पहुंचा. इस दौरान जिले के दोनों विधायक कमल पटेल और संजय शाह ने अधिकारियों के साथ पहुंचकर पानी आने पर नहरों का पूजन अर्चन किया और साथ ही किसानों से अपील की है कि प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने की आशंका के चलते सोशल डिस्टेंस रख कर कृषि कार्य करें. वहीं इस अवसर पर बीजेपी जिलाध्यक्ष अमरसिंह पटेल और सिंचाई विभाग के अधिकारी मौजूद रहें.

उंदरा कच्छ की मुख्य नहर में पहुंचकर दोनों विधायकों ने की पूजा अर्चना

वहीं जिले के किसानों की डिमांड के बाद भी 2250 क्यूसेक के मुकाबले पहले दिन 850 क्यूसेक पानी ही मिल पाया है, जबकि तवा डेम में पर्याप्त मात्रा में पानी है.

किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के चलते हुआ भारी नुकसान

रवि और खरीफ की फसलों में किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के चलते भारी नुकसान और हानि हुई थी. वहीं इस बार तवा डैम में बारिश अच्छी होने से तीसरी फसल के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी होने के चलते जिले के किसान संगठनों द्वारा शासन से जिले के किसानों के लिए 2250 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की मांग को लेकर आंदोलन भी किया था. वहीं नहर में पानी आने के पहले ही टिमरनी विधायक संजय शाह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर बताया की जल संसाधन विभाग के द्वारा उनकी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांवों के किसानों को कम पानी दिया जा रहा है, जबकि हरदा विधानसभा में पानी ज्यादा दिया जा रहा है.

वहीं विधायक शाह ने कलेक्टर अनुराग वर्मा से मुलाकात कर कहा की रूदलाई, अजनई , हरदा उपनहर और माचक उपनहर सिराली में रख-रखाव के नाम पर पानी नहीं छोड़ा जा रहा है. जिससे किसानों में नाराजगी व्याप्त है. वहीं हरदा विधायक कमल पटेल के द्वारा लगातार दावे किए जा रहे हैं कि उन्हीं के प्रयासों से जिले के किसानों को ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल के लिए पानी मिला है.

रेवापुर उपनहर के SDO को बनाया गया प्रभारी

जल संसाधन विभाग के द्वारा ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल से सिंचाई के लिए किसानों को किसी तरह की समस्या के समाधान के लिए नियंत्रण कक्ष बनाया है, जिसके लिए रेवापुर उपनहर के एसडीओ वायएस यादव को प्रभारी बनाया गया है.

लगाई गई कर्मचारियों की अलग अलग शिफ्ट में ड्यूटी

नियंत्रण कक्ष का फोन नंबर 07577-222065 रहेगा. यहां अलग-अलग शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई हैं और कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार मुख्य नहर 3008 पर शाम 4 बजे तक कुल 850 क्यूसेक पानी तवा डेम से आया है, जिसमे एचबीसी को 394 क्यूसेक और एलबीसी में 456 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है.

Last Updated : Apr 5, 2020, 9:49 PM IST
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