हरदा । प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने अपने गृह जिले हरदा में शुक्रवार को ग्रामीण क्षेत्र का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने प्रदेश के सभी कलेक्टर्स को उनके जिलों के सभी गांवों में कृषि और राजस्व के अधिकारियों को ग्राम सभाओं में जाकर पंचनामा भरकर किसानों को होने वाली खरीफ सीजन की सोयाबीन की फसल की नुकसान का सर्वे करने के निर्देश दिए. जिला कलेक्टर को सभी गांव में शनिवार को गांवों में किसानों के इस संकट के वक्त में मदद करने के लिए प्रशासन को गांवों में जाने के लिए निर्देशित किया. मंत्री ने नीमगांव, बीछोला ओर सोनतलाई में किसानों के बीच पहुंचकर उन्हें इस संकट के दौरान किसानों के साथ खड़े होने और हर संभव मदद करने का भी आश्वासन दिया.
मंत्री कमल पटेल ने किसानों से कहा कि सोयाबीन खराब हुई फसल से किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है. किसानों के हर सुख-दुख में शिवराज सरकार उनके साथ है. इस दौरान उन्होंने ग्राम नीमगांव में खेतों का भी जायजा लिया. सभी किसानों को 21 अगस्त तक जरूरी खरीफ सीजन की फसल का बीमा कराने की भी अपील की है. ग्राम सोनतलाई में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और मुख्यमंत्री सड़क का लोकार्पण किया है.
उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार किसानों के नुकसान के लिए जल्द से जल्द सर्वे कर उन्हें आरबीसी 6-4 में क्षति पूर्ति दिलाई जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव में सभी किसानों का नाम उनका रकवा और फसल का विवरण भरकर सर्वे कर ग्राम सरपंच और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हस्ताक्षर से पंचनामा तैयार की जाएगी. तीन सूची तैयार करके एक लिस्ट पंचायत भवन में चश्पा की जाएगी, जिससे कि गांव का कोई भी किसान लाभ से वंचित न रहे और सर्वे में किसी तरह की गड़बड़ी ना हो पाए.
वहीं दूसरी ओर सोनतलाई गांव के पास इंदिरा सागर बांध के ब्लैक वाटर आने की वजह से हंडिया तहसील के अंतर्गत आने वाले अनेक गांवों के लोगों को तहसील मुख्यालय पर जाने के लिए करीब 50 किलोमीटर का फेरा लगाकर जाने को मजबूर होना पड़ रहा है. कृषि मंत्री कमल पटेल ने NSDC के अधिकारियों को बुलाकर सर्वे कर पुल निर्माण करने के लिए प्रस्ताव बनाने को कहा है. खाद के मामले पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों के साथ जो भी कालाबाजारी करेगा वह जेल जाएगा.