ग्वालियर। अपराधों के लिए बदनाम रहा ग्वालियर चंबल अंचल साइबर क्राइम में भी लगातार तेजी से बढ़ रहा है. इस अंचल के युवा कट्टे, बंदूक और तमंचा को छोड़कर सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. यहां से दूसरे राज्यों में जाकर साइबर क्राइम की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. यही वजह है कि देश के कई साइबर अपराधों में ग्वालियर चंबल अंचल के युवाओं का नाम शामिल है.
ग्वालियर पुलिस ने इस साल 19 ऐसे युवा पकड़े हैं जो दिल्ली, बिहार और झारखंड में बैठे बड़े ठगों के लिए ठगी का प्लेटफार्म तैयार करने में माहिर थे
अंचल के युवाओं में अपराध के साइबर अपराध की ओर
ग्वालियर चंबल अंचल का नाम लेते ही लोगों के जेहन में सबसे पहले अपराध का नाम सामने आ जाता है. क्योंकि इस अंचल में सबसे ज्यादा लूट, हत्या ,डकैती आम है. यहीं सबसे ज्यादा अवैध हथियारों की तस्करी होती है. लेकिन अब यहां के युवा ये सब छोड़कर साइबर अपराधों की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं. यहां साइबर क्राइम के अपराधी पढ़े-लिखे लिखे युवा हैं. ग्वालियर और उसके आसपास के युवा हत्या, लूट ,डकैती जैसे अपराधों के अलावा ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं.
कई मामलों में ग्वालियर की युवा शामिल
- अभी हाल में ही महाराजपुरा थाना क्षेत्र के वायु नगर इलाके में एक किशोर का गिरोह पकड़ा गया, जो 8 राज्यों में सक्रिय हैं. यह अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इटली जैसे देशों के 20 हजार से ज्यादा नागरिकों के डेबिट, क्रेडिट कार्ड का डाटा बिटकॉइन से खरीद कर ठगी को अंजाम देता था.
- इंदौर की साइबर सेल ने हाल में ही छोटे शहरों की युवतियों की अश्लील वीडियो या शार्ट मूवीस बनाकर बेचने वाला गिरोह पकड़ा है, जिसमें ओटीटी प्लेटफॉर्म के जरिए एक अश्लील मूवी को 20 से अधिक देशों में सपिलाई किया जाता था. कंपनी का ऑफिस ग्वालियर के सिटी सेंटर इलाके में भी था.
- कुछ दिन पहले भोपाल साइबर क्राइम टीम ने एक गिरोह का पर्दाफाश किया था. यह ग्रुप चाइनीस ऐप के जरिए फर्जी नाम के आधार कार्ड और पैन कार्ड बनाकर सिम जारी करता था. इसमें ग्वालियर और शिवपुरी के 8 युवकों को पकड़ा गया था.
साल 2019 में हुए साइबर अपराधों पर एक नजर डाले तो कुछ इस तरह के मामले सामने आए हैं
गिरोह के जरिए दे रहे अपराधों को अंजाम
इनका काम ठगी करने वाली गिरोह को चोरी का मोबाइल, झूठे नाम पते पर सिम कार्ड, फर्जी नाम वाले आधार कार्ड उपलब्ध कराया जा रहा है. आंकड़ो के अनुसार ग्वालियर चंबल अंचल के 8 शहरों में हर दिन 10 से अधिक ऑनलाइन ठगी की वारदात हो रही है. आसपास शहर के युवा को बेरोजगारी युवाओं ने यह गिरोह बना लिए हैं, जो दूसरे राज्यों में ठगी करने वाले गिरोह के संपर्क में रहते हैं और उन्हें आवश्यकता के अनुरूप जानकारी और सामग्री उपलब्ध कराते रहते हैं.
अंचल में लगातार बढ़ रहा साइबर अपराध का ग्राफ
ग्वालियर अंचल में लूट, हत्या और डकैती जैसे अपराधों के अलावा अब ऑनलाइन ठगी की वारदात लगातार तेजी से बढ़ रही है. ग्वालियर में अगर साइबर अपराधों की बात करें तो 2019 में ठगी के मामले 3600 सामने आए थे और 2020 में 4050 मामले सामने आए हैं. मतलब अब अंचल में साइबर अपराधों का ग्राफ भी तेजी से बढ़ता जा रहा है यह पुलिस के लिए चुनौती है.
बाहरी छात्रों की संगत में बिगड़े अंचल के युवा
ग्वालियर जिले में देश के हर राज्य से छात्र यहां पर पढ़ने के लिए आते हैं. साथ ही सैकड़ों की संख्या में ऐसे छात्र है जो विदेश से डिग्री लेने के लिए यहां आते हैं. इनमें से कुछ छात्र ऐसे होते हैं जो साइबर अपराधों को अंजाम देते हैं और यही छात्र यहां के छात्रों को भी अपने साथ संलिप्त करते हैं. सागर के क्राइम ब्रांच पुलिस ने कई ऐसे छात्रों को कुछ महीने पहले पकड़ा था जो यहां पर पढ़ाई करते थे.