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हेलमेट से ज्यादा कीमती है आपकी जान, इसलिए इन बातों का रखें हमेशा ध्यान - ग्वालियर जिला प्रशासन

ग्वालियर जिले में हर महीने बाइक से 12 से 15 लोगों की मौत होती है, जिनमें 90 फीसदी मौत बिना हेलमेट या फिर नकली हेलमेट की वजह से होती हैं, क्योंकि नकली हेलमेट एक्सीडेंट के समय उसके सिर में चोट पहुंचाता है.

Ride a bike wearing a helmet
हेलमेट पहनकर चलाएं बाइक
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Published : Jul 14, 2020, 8:26 PM IST

ग्वालियर। पूरे देश में हो रहे सड़क हादसों में अगर मौत का आंकड़ा देखा जाए तो इसमें सबसे अधिक मौतें बाइक चलाते हुए हेलमेट ना लगाने के चलते होती हैं. पुलिस प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस हर साल जागरूकता अभियान चलाती है और लोगों को हेलमेट लगाने के लिए जागरूक करती है, लेकिन उसके बावजूद भी लोग हेलमेट नहीं लगाते हैं.

हेलमेट पहनकर चलाएं बाइक

हेलमेट से ज्यादा कीमती है आपकी जान

अक्सर देखा जाता है कि लोग पुलिस के दबाव में हेलमेट खरीद तो लेते हैं, लेकिन खरीदते वक्त वह यह नहीं देखते कि यह हेलमेट असली है या नकली, इसके साथ ही कई लोग ऐसे भी हैं, जो पैसे के लालच में नकली हेलमेट खरीद लेते हैं, लेकिन जब वाहन का एक्सीडेंट होता है तो यह हेलमेट वाहन चालक की सुरक्षा नहीं कर पाता है, और मौके पर ही मौत हो जाती है.

रूपये बचाने के लिए ना खरीदें नकली हेलमेट
वहीं चिंता करने वाली बात ये है कि लोग आज भी हेलमेट खरीदने को लेकर सजग नहीं है. यही वजह है कि वह हेलमेट असली की जगह कम पैसे में नकली खरीद लेते हैं. जोकि वाहन चालक के लिए खतरनाक साबित होता है. और यही वजह है कि मध्यप्रदेश समेत देशभर में आए दिन सड़क हादसे में लोगों की मौत हो रही है.

ISI मार्क जरूर देखना चाहिए

हेलमेट बेंचने वाले दुकानदार का कहना है के वाहन चालक कम पैसे की वजह से नकली हेलमेट ज्यादा लेते हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि अपनी सुरक्षा की वजह से नहीं बल्कि पुलिस के डर से नकली हेलमेट खरीदते हैं ताकि वह चालान से बच सकें. दुकानदार का कहना है कि बाइक चालकों को हमेशा हेलमेट खरीद के समय ISI मार्क जरूर देखना चाहिए, कई ऐसी ब्रांडेड कंपनी है जो 1000 से 1500 तक अच्छा और मजबूत हेलमेट देती है.

आपके लिए खतरनाक हो सकता है नकली हेलमेट

ट्रैफिक डीएसपी नरेश अनोठीया की अगर मानें तो, इनका कहना है कि लगातार ये लोग ट्रैफिक एक्ट के अनुसार बिना हेलमेट चलाने वालों पर कार्रवाई करते हैं, जो भी वाहन चालक हेलमेट नहीं पहनता है, उस पर नियम के अनुसार चालानी कार्रवाई की जाती है, लेकिन सबसे गंभीर विषय यह देखने में आता है के वाहन चालक असली हेलमेट की जगह नकली हेलमेट ज्यादा लगाते हैं. जोकि वाहन चालक के लिए खतरनाक साबित होता है.

जिले में हर महीने होती हैं करीब 12 से 15 लोगों की मौत

अब आपको बता देते हैं कि ग्वालियर जिले में हर महीने बाइक से 12 से 15 लोगों की मौत होती है, जिनमें 90 फीसदी मौत बिना हेलमेट या फिर नकली हेलमेट की वजह से होती है, क्योंकि नकली हेलमेट एक्सीडेंट के समय उसके सर में चोट पहुंचाता है. यही वजह है कि हमेशा वाहन चालकों को आईएसआई द्वारा प्रमाणित हेलमेट खरीदना चाहिए.

हेलमेट खरीदते समय रखें ये ध्यान

  • हेलमेट खरीदने से पहले उसे पहनकर देखिए .
  • उचित फिटिंग की जांच के लिए समय निकालें.
  • स्टाइल के चक्कर में न जाकर हेलमेट हमेशा फुल फेस ही खरीदना चाहिए
  • एक तंग हेलमेट आपको सिरदर्द देगा और एक ढीला हेलमेट हर समय डगमगाता रहेगा
  • पैसे पर ज्यादा ध्यान न देते हुए हमेशा मजबूत ISI मार्क वाला हेलमेट ही खरीदना चाहिए.
  • सड़कों के किनारे बिक रहे हेलमेट अक्सर कमजोर हो सकते हैं इनकी क्वालिटी की कोई भी गारंटी नहीं होती है.
  • थोड़े पैसे बचाने के चक्कर में सड़क किनारे बिक रहे हेलमेट न खरीदें.
  • हेलमेट खरीदते वक्त हमेशा उसके शीशे की जांच ठीक से करनी चाहिए.

ग्वालियर। पूरे देश में हो रहे सड़क हादसों में अगर मौत का आंकड़ा देखा जाए तो इसमें सबसे अधिक मौतें बाइक चलाते हुए हेलमेट ना लगाने के चलते होती हैं. पुलिस प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस हर साल जागरूकता अभियान चलाती है और लोगों को हेलमेट लगाने के लिए जागरूक करती है, लेकिन उसके बावजूद भी लोग हेलमेट नहीं लगाते हैं.

हेलमेट पहनकर चलाएं बाइक

हेलमेट से ज्यादा कीमती है आपकी जान

अक्सर देखा जाता है कि लोग पुलिस के दबाव में हेलमेट खरीद तो लेते हैं, लेकिन खरीदते वक्त वह यह नहीं देखते कि यह हेलमेट असली है या नकली, इसके साथ ही कई लोग ऐसे भी हैं, जो पैसे के लालच में नकली हेलमेट खरीद लेते हैं, लेकिन जब वाहन का एक्सीडेंट होता है तो यह हेलमेट वाहन चालक की सुरक्षा नहीं कर पाता है, और मौके पर ही मौत हो जाती है.

रूपये बचाने के लिए ना खरीदें नकली हेलमेट
वहीं चिंता करने वाली बात ये है कि लोग आज भी हेलमेट खरीदने को लेकर सजग नहीं है. यही वजह है कि वह हेलमेट असली की जगह कम पैसे में नकली खरीद लेते हैं. जोकि वाहन चालक के लिए खतरनाक साबित होता है. और यही वजह है कि मध्यप्रदेश समेत देशभर में आए दिन सड़क हादसे में लोगों की मौत हो रही है.

ISI मार्क जरूर देखना चाहिए

हेलमेट बेंचने वाले दुकानदार का कहना है के वाहन चालक कम पैसे की वजह से नकली हेलमेट ज्यादा लेते हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि अपनी सुरक्षा की वजह से नहीं बल्कि पुलिस के डर से नकली हेलमेट खरीदते हैं ताकि वह चालान से बच सकें. दुकानदार का कहना है कि बाइक चालकों को हमेशा हेलमेट खरीद के समय ISI मार्क जरूर देखना चाहिए, कई ऐसी ब्रांडेड कंपनी है जो 1000 से 1500 तक अच्छा और मजबूत हेलमेट देती है.

आपके लिए खतरनाक हो सकता है नकली हेलमेट

ट्रैफिक डीएसपी नरेश अनोठीया की अगर मानें तो, इनका कहना है कि लगातार ये लोग ट्रैफिक एक्ट के अनुसार बिना हेलमेट चलाने वालों पर कार्रवाई करते हैं, जो भी वाहन चालक हेलमेट नहीं पहनता है, उस पर नियम के अनुसार चालानी कार्रवाई की जाती है, लेकिन सबसे गंभीर विषय यह देखने में आता है के वाहन चालक असली हेलमेट की जगह नकली हेलमेट ज्यादा लगाते हैं. जोकि वाहन चालक के लिए खतरनाक साबित होता है.

जिले में हर महीने होती हैं करीब 12 से 15 लोगों की मौत

अब आपको बता देते हैं कि ग्वालियर जिले में हर महीने बाइक से 12 से 15 लोगों की मौत होती है, जिनमें 90 फीसदी मौत बिना हेलमेट या फिर नकली हेलमेट की वजह से होती है, क्योंकि नकली हेलमेट एक्सीडेंट के समय उसके सर में चोट पहुंचाता है. यही वजह है कि हमेशा वाहन चालकों को आईएसआई द्वारा प्रमाणित हेलमेट खरीदना चाहिए.

हेलमेट खरीदते समय रखें ये ध्यान

  • हेलमेट खरीदने से पहले उसे पहनकर देखिए .
  • उचित फिटिंग की जांच के लिए समय निकालें.
  • स्टाइल के चक्कर में न जाकर हेलमेट हमेशा फुल फेस ही खरीदना चाहिए
  • एक तंग हेलमेट आपको सिरदर्द देगा और एक ढीला हेलमेट हर समय डगमगाता रहेगा
  • पैसे पर ज्यादा ध्यान न देते हुए हमेशा मजबूत ISI मार्क वाला हेलमेट ही खरीदना चाहिए.
  • सड़कों के किनारे बिक रहे हेलमेट अक्सर कमजोर हो सकते हैं इनकी क्वालिटी की कोई भी गारंटी नहीं होती है.
  • थोड़े पैसे बचाने के चक्कर में सड़क किनारे बिक रहे हेलमेट न खरीदें.
  • हेलमेट खरीदते वक्त हमेशा उसके शीशे की जांच ठीक से करनी चाहिए.
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