ग्वालियर। शहर के थाटीपुर इलाके में स्थित आरोग्यम द मेडिसिटी हॉस्पिटल में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. महिला की बच्चेदानी में दर्द रहता था. चिकित्सकों ने इसे बच्चे दानी का कैंसर बताया था. बाद में अस्पताल के डॉक्टरों में बच्चेदानी का ऑपरेशन करके महिला को ठीक करने का दावा भी किया था. परिजनों ने जैसे-तैसे पैसे इकट्ठा कर महिला का ऑपरेशन कराया, लेकिन महिला की मौत हो गई (woman died in arogyam medicity hospital). जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया.
ऑपरेशन के बाद अस्पताल टांके कटवाने आई महिला की मौत: महिला कुसुम प्रजापति शिवपुरी के करेरा की रहने वाली है. वह अपने रिश्तेदारों के यहां रुक कर इलाज करा रही थी. महिला बहुत गरीब घर से है और उसकी शारीरिक स्थिति भी ठीक नहीं थी. वह दिव्यांग भी थी. जानकारी के मुताबिक आरोग्यम द मेडिसिटी हॉस्पिटल में इलाज कराने आई महिला को डॉक्टर ने बच्चेदानी का कैंसर बताया. डॉक्टर ने ऑपरेशन कर महिला को ठीक करने का दावा किया. जिसके बाद महिला के घरवालों ने जैसे-तैसे पैसे जोड़कर अस्पताल में जमा किए और महिला का ऑपरेशन कराया. अस्पताल प्रबंधन की ओर से बताया गया कि महिला को टांके लगे हैं और इसे कटवाने के लिए उन्हें कुछ दिन बाद आना होगा. परिवार के लोगों के मुताबिक सोमवार को भी वो महिला को अस्पताल लेकर आए थे. टांके के काटने के बाद उसे ऑटो में परिजन अपने रिश्तेदारों के यहां ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही महिला की तबीयत खराब हो गई. तब उसे वापस अस्पताल लाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी (woman died in arogyam medicity hospital).
लापरवाही! जिंदा महिला को भेज दिया मॉर्चुरी, जानिए फिर क्या हुआ
परिजनों ने प्रबंधन पर उठाए सवाल: वहीं महिला की अचानक मौत के बाद अस्पताल के डॉक्टर और अन्य स्टाफ मौके से भाग खड़ा हुआ. हंगामा देख पुलिस भी मौके पर पहुंच गई (relatives ruckus in gwalior hospital). पुलिस के मुताबिक महिला की मौत की जांच की जाएगी. अगर इसमें अस्पताल प्रबंधन की गलती पाई जाती है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी. परिवार के लोगों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है. वहीं पुलिस ने मामले की जांच की बात कही है. इस बीच स्वास्थ विभाग का अमला भी अस्पताल पहुंच गया, लेकिन उसे भी प्रबंधन का कोई भी सदस्य नहीं मिला. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने पंचनामा बनाकर कागजात जब्त किए हैं. स्वास्थ विभाग का कहना है कि अगर नियमों के विपरीत अस्पताल चलता पाया गया तो सील करने की कार्रवाई भी की जाएगी. फिलहाल कुछ मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, इसलिए सभी पहलुओं पर वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन लिया जा रहा है.