ETV Bharat / state

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर पर दंपति का आरोप, कहा-फरियाद लेकर पहुंचे थे, मिली बेइज्जती

ग्वालियर में एक दंपति ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया है. उन्होने आरोप लगाया है कि फरियाद लेकर गए थे लेकिन मंत्री जी ने सुनने के बजाय बंगले से अभद्र व्यवहार कर भगा दिया. पीड़ित महिला का आरोप है कि कार्यपालन यंत्री राहुल साहू ने गलत व्यवहार कर उसे नौकरी से निकाल दिया, जिसकी शिकायत लेकर मंत्री के बंगले पहुंचे थे.

फरियाद लेकर पहुंचे थे, मिली बेइज्जती
फरियाद लेकर पहुंचे थे, मिली बेइज्जती
author img

By

Published : Jun 27, 2021, 11:46 AM IST

Updated : Jun 27, 2021, 12:09 PM IST

ग्वालियर। शहर में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बंगले पर पहुंची एक महिला हर्षलता डोंगे ने मंत्री और उनके कार्यकर्ताओं पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया है. महिला का कहना है कि वे आमखो स्थित दक्षिण जोन पर आउटसोर्स के कर्मी पद पर पदस्थ थीं, लेकिन कार्यपालन यंत्री राहुल साहू ने उनसे गलत व्यवहार करते हुए निकाल दिया, जिसके बाद दंतपि जब मंत्री के बंगले पहुंचा तो वहां पर मौजूद एसी विनोद कटारे ने मंत्री के कान भर दिए, जिसके बाद मंत्री जी का व्यवहार बदल गया और उन्होने हमे बंगले से भगा दिया, इतना ही नहीं मंत्री महोदय के कार्यकर्ता इस दौरान मारपीट पर उतारू हो गए, हमें जान बचाकर भागना पड़ा.

फरियाद लेकर पहुंचे थे, मिली बेइज्जती

पीड़ित महिला का आरोप

महिला हर्षलता डोंगे का कहना है कि बिजली विभाग के आमखो स्थित दक्षिण जोन पर आउटसोर्स के कर्मी पद पर कार्यरत थी, वहां मौजूद अधिकारियों ने मुझे बिल वसूली के लिए लोगों को फोन करने को कहा,मुझे अलग से नंबर नहीं दिया गया, जिसके बाद मुझे अपने पर्सनल मोबाइल से ही बिल के संबंध में ग्राहकों से बात करना पड़ी, लेकिन लोगों ने अश्लील बातें और अश्लील मैसेज करना शुरू कर दिए, जब इस बात की जानकारी मेंने अधिकारियों को दी, तो उन्होंने कहा कि तुम काम करने की इच्छुक नहीं हो, उसके बाद मुझे नौकरी से बाहर निकाल दिया, जब उसका जवाब मांगा तो उन्होंने एक दूसरे पर टाल दिया और बात करने के लिए एक अधिकारी से दूसरे अधिकारी तक घुमाने लगे.साथ ही महिला ने बिजली विभाग दक्षिण जोन में पदस्थ कार्यपालन यंत्री राहुल साहू, रेवेन्यू अधिकारी अंकुर द्विवेदी, कंप्यूटर ऑपरेटर प्रियंका के साथ- साथ शहर के बिजली विभाग में पदस्थ ए.सी. विनोद कटारे पर 18 लाख के ई-पंजीयन घोटाले का आरोप लगाया है. महिला का कहना है कि मंत्री जी से भी मैं इनकी शिकायत करने गई लेकिन उन्होने सुनने की जगह हमें भगा दिया.

महिला के पति बलवंत राव डोंगे का आरोप

मैंने आरटीआई के तहत ई पंजीयन 18 लाख के घोटाले का उजागर किया है, उसके बाद मेरी पत्नी को नौकरी से निकाल दिया, वहीं मेरे ठेके कैंसिल कर दिए, साथ ही मेरी गाड़ी जो बिजली विभाग में लगी थी, वह भी हटाने का प्रयास किया गया, अधिकारियों ने मुझ पर दबाव बनाया, जब इस बात की शिकायत मैंने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर से की , तो उन्होंने बंगले पर मेरे और पत्नी के साथ अभद्रता करते हुए बंगले से भगा दिया और वहां मौजूद कार्यकर्ता भी रोड तक मारने आ गए, जैसे तैसे भागकर हमने अपनी जान बचाई. अब मैं चाहता हूं कि बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

ई-पंजीयन घोटाला

दरअसल मोटर पंप ग्राहकों के बिल माफ करने को लेकर ये घोटाला था.बता दें कि ग्राहकों से संपर्क कर बिल में से उनसे कुछ पैसे लेकर ऑनलाइन लॉगइन के द्वारा उनका पूरा बिल माफ कर सरकार को पैसा जमा कर दिखा दिया जाता था.और बिल का बाकी पैसा जेब में रख लिया जाता था, ये कंटीन्यू किया गया. जिसे लेकर बलवंत राव डोंगे ने आरटीआई लगाई और फिर इस घोटाले का खुलासा हुआ. जिसके बाद आरोपी अफसरों ने डोंगे और उनकी पत्नी को निशाना बनाया.फिलहाल इस घोटाले की जांच एसी विनोद कटारे कर रहे हैं अब देखना होगा कि जांच में क्या सामने आता है.हालांकि महिला हर्षलता डोंगे ने विनोद पर भी घोटोले में शामिल होने के आरोप लगाए हैं.

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने मामले में बात करने से किया इंकार

वहीं इस मामले को लेकर जब ऊर्जा मंत्री प्रद्दुम्न सिंह तोमर से ETV BHARAT की टीम ने बात करना चाही तो उन्होने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.

मामले में बीजेपी जिलाध्यक्ष कमल मखीजानी का बयान
वहीं जब इस संबंध में बीजेपी जिलाध्यक्ष से बात की गई तो उन्होने कहा कि मामले की जानकारी नहीं है लेकिन लेकिन ऊर्जा मंत्री को जनता ने 32 हजार वोटों से जिताया है वे जनता के साथ ऐसा व्यवहार नहीं कर सकते, फिर भी मैं इस मामले में पता करता हूं.

ऊर्जा मंत्री को टांसफार्मर पर चढ़ना पड़ा भारी, ग्वालियर के वकील ने की केस दर्ज करने की मांग

हालांकि मामले में अभी तक पुलिस से शिकायत नहीं की गई है लेकिन दंपति ने न्याय की गुहार जरुर लगाई है. अब देखना होगा कि बिजली विभाग जांच करता है या पुलिस मामले में संज्ञान लेकर जांच करती है.

ग्वालियर। शहर में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बंगले पर पहुंची एक महिला हर्षलता डोंगे ने मंत्री और उनके कार्यकर्ताओं पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया है. महिला का कहना है कि वे आमखो स्थित दक्षिण जोन पर आउटसोर्स के कर्मी पद पर पदस्थ थीं, लेकिन कार्यपालन यंत्री राहुल साहू ने उनसे गलत व्यवहार करते हुए निकाल दिया, जिसके बाद दंतपि जब मंत्री के बंगले पहुंचा तो वहां पर मौजूद एसी विनोद कटारे ने मंत्री के कान भर दिए, जिसके बाद मंत्री जी का व्यवहार बदल गया और उन्होने हमे बंगले से भगा दिया, इतना ही नहीं मंत्री महोदय के कार्यकर्ता इस दौरान मारपीट पर उतारू हो गए, हमें जान बचाकर भागना पड़ा.

फरियाद लेकर पहुंचे थे, मिली बेइज्जती

पीड़ित महिला का आरोप

महिला हर्षलता डोंगे का कहना है कि बिजली विभाग के आमखो स्थित दक्षिण जोन पर आउटसोर्स के कर्मी पद पर कार्यरत थी, वहां मौजूद अधिकारियों ने मुझे बिल वसूली के लिए लोगों को फोन करने को कहा,मुझे अलग से नंबर नहीं दिया गया, जिसके बाद मुझे अपने पर्सनल मोबाइल से ही बिल के संबंध में ग्राहकों से बात करना पड़ी, लेकिन लोगों ने अश्लील बातें और अश्लील मैसेज करना शुरू कर दिए, जब इस बात की जानकारी मेंने अधिकारियों को दी, तो उन्होंने कहा कि तुम काम करने की इच्छुक नहीं हो, उसके बाद मुझे नौकरी से बाहर निकाल दिया, जब उसका जवाब मांगा तो उन्होंने एक दूसरे पर टाल दिया और बात करने के लिए एक अधिकारी से दूसरे अधिकारी तक घुमाने लगे.साथ ही महिला ने बिजली विभाग दक्षिण जोन में पदस्थ कार्यपालन यंत्री राहुल साहू, रेवेन्यू अधिकारी अंकुर द्विवेदी, कंप्यूटर ऑपरेटर प्रियंका के साथ- साथ शहर के बिजली विभाग में पदस्थ ए.सी. विनोद कटारे पर 18 लाख के ई-पंजीयन घोटाले का आरोप लगाया है. महिला का कहना है कि मंत्री जी से भी मैं इनकी शिकायत करने गई लेकिन उन्होने सुनने की जगह हमें भगा दिया.

महिला के पति बलवंत राव डोंगे का आरोप

मैंने आरटीआई के तहत ई पंजीयन 18 लाख के घोटाले का उजागर किया है, उसके बाद मेरी पत्नी को नौकरी से निकाल दिया, वहीं मेरे ठेके कैंसिल कर दिए, साथ ही मेरी गाड़ी जो बिजली विभाग में लगी थी, वह भी हटाने का प्रयास किया गया, अधिकारियों ने मुझ पर दबाव बनाया, जब इस बात की शिकायत मैंने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर से की , तो उन्होंने बंगले पर मेरे और पत्नी के साथ अभद्रता करते हुए बंगले से भगा दिया और वहां मौजूद कार्यकर्ता भी रोड तक मारने आ गए, जैसे तैसे भागकर हमने अपनी जान बचाई. अब मैं चाहता हूं कि बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

ई-पंजीयन घोटाला

दरअसल मोटर पंप ग्राहकों के बिल माफ करने को लेकर ये घोटाला था.बता दें कि ग्राहकों से संपर्क कर बिल में से उनसे कुछ पैसे लेकर ऑनलाइन लॉगइन के द्वारा उनका पूरा बिल माफ कर सरकार को पैसा जमा कर दिखा दिया जाता था.और बिल का बाकी पैसा जेब में रख लिया जाता था, ये कंटीन्यू किया गया. जिसे लेकर बलवंत राव डोंगे ने आरटीआई लगाई और फिर इस घोटाले का खुलासा हुआ. जिसके बाद आरोपी अफसरों ने डोंगे और उनकी पत्नी को निशाना बनाया.फिलहाल इस घोटाले की जांच एसी विनोद कटारे कर रहे हैं अब देखना होगा कि जांच में क्या सामने आता है.हालांकि महिला हर्षलता डोंगे ने विनोद पर भी घोटोले में शामिल होने के आरोप लगाए हैं.

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने मामले में बात करने से किया इंकार

वहीं इस मामले को लेकर जब ऊर्जा मंत्री प्रद्दुम्न सिंह तोमर से ETV BHARAT की टीम ने बात करना चाही तो उन्होने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.

मामले में बीजेपी जिलाध्यक्ष कमल मखीजानी का बयान
वहीं जब इस संबंध में बीजेपी जिलाध्यक्ष से बात की गई तो उन्होने कहा कि मामले की जानकारी नहीं है लेकिन लेकिन ऊर्जा मंत्री को जनता ने 32 हजार वोटों से जिताया है वे जनता के साथ ऐसा व्यवहार नहीं कर सकते, फिर भी मैं इस मामले में पता करता हूं.

ऊर्जा मंत्री को टांसफार्मर पर चढ़ना पड़ा भारी, ग्वालियर के वकील ने की केस दर्ज करने की मांग

हालांकि मामले में अभी तक पुलिस से शिकायत नहीं की गई है लेकिन दंपति ने न्याय की गुहार जरुर लगाई है. अब देखना होगा कि बिजली विभाग जांच करता है या पुलिस मामले में संज्ञान लेकर जांच करती है.

Last Updated : Jun 27, 2021, 12:09 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.