ग्वालियर। ग्वालियर जिले की भितरवार विधानसभा क्षेत्र के रानी घाटी इलाके की करीब छह ग्राम पंचायतों के लोगों ने पानी की समस्या को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया है. इन ग्रामीणों की मांग है कि इस बंजर क्षेत्र में जलस्तर काफी नीचे तक जा चुका है. यहां एक हजार फुट पर भी जमीन के भीतर पानी नहीं है. लोगों को 12 महीने दूरदराज से पानी लाने के लिए मजबूर होना पड़ता है. पीने का पानी लाने के लिए महिलाओं को कई किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती है.
पानी की समस्या को लेकर महासम्मेलन
वहीं इलाके की खेती भी वर्षा जल पर ही निर्भर है. पेहसारी-ककैटो बांध और हरसी नहर से पानी आ सकता है, लेकिन अभी तक सरकार ने ग्रामीणों को इस विकराल समस्या का कोई ध्यान नहीं दिया है. यही कारण है कि यहां के लोग जमीन होने के बावजूद दूसरे लोगों के यहां नौकरी करने के लिए मजबूर है. पानी की समस्या का स्थाई हल निकालने के लिए रानी घाटी में छह ग्राम पंचायतों के लोगों ने एक महासम्मेलन किया. जिसमें बड़ी संख्या में पुरुषों के अलावा महिलाएं भी शामिल हुई.
जल्द समस्या का होगा निदान
यहां लोगों ने सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के लिए रानी घाटी मंदिर के सामने ही विशाल पंडाल लगाया था. इस मामले में भाजपा सांसद विवेक शेजवलकर का कहना है कि यह बहुत पुरानी समस्या है. यहां पानी लाने के लिए पैहसारी बांध और हरसी डैम से पानी लाने की योजना पर मंथन चल रहा है. सरकार के स्तर पर भी इस समस्या को लाया गया है. जल्द ही इस समस्या का समाधान खोजने की कोशिश की जा रही है.