ग्वालियर। शहर की माधवगंज पुलिस इन दिनों सुर्खियों में चल रही है. सोमवार को थाना प्रभारी विनय शर्मा के खिलाफ दिन भर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा और उन्हें पुलिस अफसरों द्वारा 3 दिन के अवकाश पर भेजना पड़ा. थानाध्यक्ष पर दो पक्षों में जमीन की सौदेबाजी में थाना प्रभारी एक पक्ष का अज्ञात कारणों से समर्थन करने का आरोप लगा था. इसके कारण कांग्रेसी विधायक सहित वरिष्ठ लोगों ने थाने पर प्रदर्शन किया था.
अब माधवगंज थाने के ही दो उपनिरीक्षक गंभीर सिंह यादव और अरविंद तोमर पर एक दलित युवक के साथ प्रताड़ना का मामला सामने आया है. दलित परिवार से ताल्लुक रखने वाले लोकेंद्र उमरैया के परिजन मंगलवार को एसपी से मिले और दोनों पुलिस अफसरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. लोकेंद्र उमरैया के परिजनों का कहना है कि 11 नवंबर को पड़ोसी गौरव पठवार और पप्पन पठवार ने उसकी मारपीट की थी. इसकी शिकायत जब माधवगंज थाने में दर्ज कराई तो गंभीर सिंह यादव और अरविंद तोमर ने उल्टे फरियादी का पक्ष लेने के बजाय आरोपी का पक्ष लिया और उसके खिलाफ मामला दर्ज करने की धमकी दी.
जिसके कारण लोकेंद्र ने 16 नवंबर 2020 को कीटनाशक पी लिया था. किसी तरह उसकी जान बच सकी. इस मामले में आरोपी पक्ष को फंसता देख इन पुलिस कर्मचारियों ने गौरव पठवार के परिवार की एक लड़की से छेड़छाड़ करने का झूठा मामला लोकेंद्र के खिलाफ दर्ज कर लिया. इतना ही नहीं गाली गलौज और अभद्रता के साथ ही लोकेंद्र उसके परिवार का जातिगत अपमान भी किया गया. इसकी शिकायत पीड़ित पक्ष ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को की है, लेकिन अभी भी दोनों अधिकारी वहीं जमे हुए हैं और खासकर गरीब तबके के लोगों को प्रताड़ित करने में जुटे हुए हैं. एसपी अजाक ने इस मामले में वैधानिक कार्रवाई का पीड़ित पक्ष को आश्वासन दिया है.