ग्वालियर। नकली प्लाज्मा कांड के बाद उजागर हुए ब्लड रैकेट को लेकर अब दलालों और प्रोफेशनल डोनर पर शिकंजा कसता जा रहा है. 4 दिनों पहले गिरफ्तार हुए तीन दलालों के साथ-साथ सोमवार को भी दो दलालों को पकड़ लिया गया, जो ब्लड डोनेट करने आए थे.
दरअसल, जयारोग्य अस्पताल परिसर में ब्लड बेचने वाला रैकेट पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. 4 दिनों पहले तीन दलालों को ब्लड बैंक के स्टॉफ ने पकड़ा था, जो दो 2000 रुपये लेकर ब्लड देने आए थे. वहीं सोमवार को भी ब्लड बैंक के इंचार्ज डॉक्टर अरुण जैन और योगेंद्र परमार ने दो दलालों को पकड़ा था. ये अटेंडेंट से 2000 रुपये लेकर ब्लड देने आए थे, जिनके नाम अंकुश और रवि हैं. इन दोनों का कहना है कि उन्हें किसी हैप्पी नाम के युवक ने यहां भेजा था.
फिलहाल इन युवकों से कंपू पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. हालांकि इससे पहले भी तीन दलालों को कंपू पुलिस के हवाले किया गया था, लेकिन उन्हें 151 की कार्रवाई के बाद छोड़ दिया गया.
बहरहाल, अस्पताल में ऐसे कई प्रोफेशनल ब्लड डोनेट करने वाले लोग हैं, जो चंद पैसों के खातिर अपना ब्लड बेचते हैं और उसके बदले मिले पैसों से नशा करते हैं.