ग्वालियर। एमएसएमई मंत्री (MSME Minister) ओमप्रकाश सकलेचा के आश्वासन के बावजूद ग्वालियर व्यापार मेला फिलहाल लगता दिखाई नहीं दे रहा है. यही कारण है कि व्यापार मेला में दुकाने लगाने वाले लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. इसी के चलते गुरुवार को व्यापार मेला के विभिन्न व्यापारी अर्धनग्न होकर मेला कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे.
दरअसल ग्वालियर व्यापार मेला में सात हजार से ज्यादा छोटे-बड़े कारोबारी अपना व्यापार करने आते हैं. यहां इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल सेक्टर में विशेष छूट के चलते हमेशा दूरदराज के लोगों के लिए ग्वालियर व्यापार मेला आकर्षण का केंद्र रहा है. उत्तर भारत के अनेक राज्यों के अलावा दूरदराज छत्तीसगढ़, गुजरात और महाराष्ट्र के लोग यहां छूट का लाभ लेने के लिए आते हैं और बड़े पैमाने पर करोड़ों की खरीदारी में अपनी हिस्सेदारी करते हैं.
एक लाख लोगों का जुड़ा है रोजगार
इस मेले में करीब एक लाख लोगों का सीधा रोजगार जुड़ा हुआ है. हमेशा यह मेला दिसंबर के आखिर और जनवरी की शुरुआत में शुरू होता है. व्यापारी दो बार इससे पहले अनेक जनप्रतिनिधियों और उद्योग मंत्री से मुलाकात कर चुके हैं और उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने व्यापारियों को आश्वस्त किया था कि 15 जनवरी मेला लगाया जाएगा. लेकिन मेले के परिसर में अभी ऐसी किसी भी तैयारी की आहट सुनाई नहीं दे रही है, जिससे महसूस होता हो कि मेला 15 जनवरी से लग सकेगा.
शासन कोविड-19 के कारण इस मेले को लगाने में अपनी सहमति देने से बच रहा है, क्योंकि यहां रोजाना आने वाले सैलानियों की संख्या एक लाख के आसपास तक हो जाती है. खासकर छुट्टी के दिनों में तो यह तादाद और भी बढ़ जाती है ऐसे में संक्रमण का खतरा लोगों को और ज्यादा परेशान कर सकता है. इसलिए सरकार फिलहाल लिखित तौर पर कोई आश्वासन नहीं दे रही है. इसे लेकर मेले में आने वाले कारोबारी परेशान हैं. वह पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित विभिन्न वरिष्ठ लोगों को ज्ञापन भी दे चुके हैं.