ग्वालियर। जिले में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर आज से पूरे जिले भर में 7 दिन के लिए टोटल लॉकडाउन लगा दिया गया है, इस लॉकडाउन का चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने विरोध किया है. चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सचिव डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है, उन्होंने कहा है कि जिला प्रशासन ने व्यापारी और राजनीतिक दलों के साथ जिला क्राइसिस की मीटिंग की, उसमें साफ तौर पर कलेक्टर ने कहा था कि, जब जिले में लॉकडाउन लगाएंगे, उसके 4 दिन पहले ही सूचित किया जाएगा, लेकिन मीटिंग के तुरंत बाद ही कलेक्टर ने टोटल लॉकडाउन की घोषणा कर दी. इससे शहर में कालाबाजारी बढ़ रही है.
टोटल लॉकडाउन की तुरंत घोषणा के बाद शहर में गुटका,तंबाकू की कालाबाजारी करने के लिए स्टॉक कर रहे हैं. साथ ही इन 7 दिनों में शराब की जमकर कालाबाजारी होगी. उन्होंने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है कि, सरकारी आदमी को तो मोटी तनख्वा मिल रही है, लेकिन जो मजदूर और व्यापार वर्ग के लोग हैं, उनकी हालत बहुत खराब होती जा रही है. इसको लेकर न सरकार चिंता कर रही है और न ही जिला प्रशासन उनके पक्ष में कोई कदम उठा रहा है.
प्रवीण अग्रवाल का कहना है कि, किसानों ने अपने फलों को पकाने के लिए स्टॉक में रख दिया है. अब 7 दिन के लॉकडाउन के बाद यह फल पूरी तरह से सड़ जाएंगे. उनका कहना है, जिला क्राइसिस की मीटिंग में कलेक्टर ने साफ तौर पर कहा कि, लॉकडाउन लगने से पहले 4 दिन सबको सूचित कर दिया जाएगा, लेकिन कलेक्टर का तत्काल का निर्णय क्राइसिस मीटिंग के खिलाफ है.