ग्वालियर। देश के साथ-साथ पूरे प्रदेश भर में कुछ दिन पहले ही कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने कोहराम मचा दिया था. इसके कारण हर तरफ मौतों का मंजर दिखाई दे रहा था. अभी कुछ दिनों पहले ही कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर समाप्त होने के बाद तीसरी लहर आने की आशंका तेज हो गई हैं. इससे पहले ही लोग फिर से लापरवाही करने से बाज नहीं आ रहे हैं. मध्य प्रदेश में दूसरी लहर के बाद जैसे ही सरकार ने लोगों को आवाजाही पर छूट दे दी, उसके बाद पर्यटन स्थल और पिकनिक स्थलों पर लोग खुलकर कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा रहे हैं. जब ईटीवी भारत की टीम देश के सबसे खूबसूरत ग्वालियर किले पर पहुंची तो वहां घूमने आए सैकड़ों की भीड़ कोरोना गाइडलाइन खुलकर उल्लंघन कर रही थी.
पर्यटन स्थलों पर कोरोना गाइडलाइन की उड़ रहीं धज्जियां
ग्वालियर में जैसे ही संक्रमण का आंकड़ा कम हुआ वैसे ही जिला प्रशासन ने पर्यटन स्थलों पर लोगों को घूमने के लिए छूट दे दी है, लेकिन यह छूट लगातार भारी पड़ रही है. लोग संक्रमण का आकार कम होने के बाद अब अपने परिवार सहित पर्यटन स्थलों पर घूमने के लिए जा रहे हैं. साथ ही शहर में जो पिकनिक स्थल हैं, वहां लगातार भीड़ देखने को मिल रही है. वहीं पर्यटन स्थलों पर लोग ऐसे घूम रहे हैं जैसे कोरोना संक्रमण पूरी तरह खत्म हो चुका है. ग्वालियर किले पर घूमने वाले लोग ज्यादातर ऐसे हैं जो न तो मास्क लगाकर आ रहे हैं और न ही सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे हैं. सबसे बड़ी लापरवाही पर्यटन स्थल की है. वहां पर कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं है.
सोशल डिस्टेंस का नहीं हो रहा पालन
कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के बाद लोगों ने घूमना शुरू कर दिया है. जब ईटीवी भारत की टीम ने देश के सबसे खूबसूरत किले में शुमार ग्वालियर का किला पर पड़ताल की तो वहां पर 90 फीसदी घूमने वाले ऐसे लोग थे जो मास्क नहीं लगाए हुए थे. इन पर्यटकों के साथ ज्यादातर छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल थे. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि मध्य प्रदेश में वैसे भी डेल्टा वेरिएंट ने दस्तक दे दी है, ऐसे में यह लापरवाही घातक साबित हो सकती है.
ग्वालियर किले पर रोज हजारों की संख्या में घूमने आ रहे पर्यटक
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर समाप्त होने के बाद लगातार ग्वालियर के लिए पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. पिछले 15 दिनों में ग्वालियर किले पर सुबह-शाम हजारों की संख्या में लोग घूमने आ रहे हैं. पर्यटकों में 90 फीसदी ऐसे लोग हैं, जो मास्क नहीं लगा रहे हैं. वही ग्वालियर किले पर स्थित पर्यटन विभाग दफ्तर में अधिकारी गायब रहते हैं. जब ईटीवी भारत की टीम ने अधिकारी से संपर्क साधा तो उन्होंने इंतजार करने के लिए बोला और अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया.
सिंधिया पर भारी पड़े शेजवलकर, ग्वालियर के ड्रीम प्रोजेक्ट रोप-वे निर्माण का आदेश जारी
पर्यटन स्थलों पर नहीं है थर्मल स्क्रीनिंग और चेकप्वाइंट की व्यवस्था
ग्वालियर किले के साथ-साथ शहर के कई पर्यटन स्थल और पिकनिक प्वाइंट पर थर्मल स्क्रीनिंग की कोई व्यवस्था नहीं है और न ही किसी प्रकार का कोई चेक पोस्ट. लोग बेखौफ पर्यटन स्थल और पिकनिक प्वाइंट पर सैकड़ों की संख्या में घूम रहे हैं. अगर ऐसे ही हालात रहे तो आगे चलकर यह लापरवाही एक बड़ा रूप ले लेगी.