ग्वालियर। साइंटिस्ट महिला ने बहादुरी की दम पर बदमाश के मंसूबों को नाकाम कर दिया है. बहादुर साइंटिस्ट महिला मणिका शाम के वक्त सामान लेकर अपने घर आ रही थीं, उसी समय पीछे से दो बाइक सवार चोरों ने उनके गले पर हाथ मार कर सोने की चैन को लूटने की कोशिश की, लेकिन बहादुर महिला ने उन चोरों के हाथों को पकड़कर धक्का मार दिया. उसके बाद दोनों चोर बाइक से मौके से भाग गए.
घर का राशन लेकर लौट रहीं थीं साइंटिस्ट महिला
दरसल, शाम 8:00 बजे साइंटिस्ट महिला मणिका घूमने के सिलसिले से अपने घर से थोड़ी दूर वॉक कर रही थी. वॉक करने के बाद वह कुछ सामान लेकर अपने घर की तरफ लौट रही थीं. लौटते समय पीछे से दो बाइक सवार चोरों ने अपनी बाइक की लाइट बंद कर पीछे से साइंटिस्ट महिला के गले पर हाथ मारा और सोने की चैन खींचने की कोशिश की. महिला को पता लगा तो उसने पीछे मुड़ कर उन दोनों बाइक सवारों में से एक चोर का हाथ पकड़ लिया. उसके बाद दोनों चोर हाथ छुड़ाकर बाइक से मौके से फरार हो गए.
RFSL विभाग में सीनियर वैज्ञानिक के पद पर पदस्थ हैं मणिका
शहर के बलवंत नगर में रहने वाली वैज्ञानिक मणिका वाष्णैय ग्वालियर में RFSL विभाग में पदस्थ हैं. जब ऑफिस से घर पहुंचती हैं तो उसके बाद फ्री होकर वह इवनिंग वॉक पर निकलती हैं. मणिका बहादुर महिला अधिकारी के रूप में जानी जाती हैं. वह पिछले साल अभिनेता अमिताभ बच्चन का प्रसिद्ध शो केबीसी में भी भाग ले चुकी हैं. उन्होंने इस घटना की जानकारी नजदीकी थाने में दी है. फिलहाल पुलिस उन दोनों चोरों का पता लगाने में जुटी हुई है कि आखिरकार बदमाश कौन थे.
मणिका ने दिया बहादुरी का संदेश
वैज्ञानिक मणिका ने कहा परिस्थिति कैसी भी हों, लेकिन हमें बहादुरी से सामना करना चाहिए. कई बार ऐसा होता है कि महिलाएं कमजोर पड़ने के कारण बदमाश या चोर उसका फायदा उठाते हैं. इसलिए सूझबूझ के साथ महिलाओं को हर परिस्थिति का सामना करना चाहिए.
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शहर में महिलाएं और छात्राएं पूरी तरह असुरक्षित
ग्वालियर शहर महिलाओं के अपराधों के लिए हमेशा से बदनाम है और आज भी ऐसे ही हालात बने हुए हैं. आये दिन महिलाओं के साथ छेड़छाड़, लूट और दुष्कर्म जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं. साथ ही शहर में कई इलाके ऐसे हैं, जहां शाम के वक्त महिलाओं के लिए जगह पूरी तरह असुरक्षित हैं. यहां न तो सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम हैं और न ही लाइटिंग की व्यवस्था है. इसी का फायदा बदमाश उठाते हैं. जिला प्रशासन और पुलिस छात्र और महिलाओं की सुरक्षा के नाम पर बड़ी-बड़ी बातें करती आई है, लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं.