ग्वालियर। भले ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी में शामिल हुए महीना भर बीत चुका है, लेकिन अभी भी बीजेपी के कार्यकर्ता सिंधिया को अपना नहीं मान पा रहे हैं. यही वजह है कि आज केंद्र सरकार को बने हुए एक साल पूरा होने पर ग्वालियर में विज्ञापन जारी किया गया, लेकिन उस विज्ञापन में ज्योतिरादित्य सिंधिया का फोटो गायब था. इस विज्ञापन में ग्वालियर चंबल अंचल के बीजेपी के सभी दिग्गज नेताओं का फोटो लगा हुआ था लेकिन सिंधिया का फोटो कहीं भी नजर नहीं आया.
इस मामले पर मौका मिलते ही कांग्रेस ने भी तंज कसना शुरू कर दिया. कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि यह तो होना ही था. अब ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी के चक्रव्यूह में फंस चुके हैं. अभी तो उनको आगे आने वाले समय में और दंश झेलने पड़ेंगे. वहीं पोस्टर मामले में इस बात की जानकारी जब बीजेपी के जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी को लगी तो वह इस मामले पर सफाई देते नजर आए. जिला अध्यक्ष कमल मखीजानी का कहना है कि यह पार्टी स्तर पर कोई विज्ञापन जारी नहीं हुआ था किसी कार्यकर्ता ने विज्ञापन जारी किया है, उसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया का फोटो अगर नहीं है तो आगे से इस बात का ध्यान रखा जाएगा, जिन कार्यकर्ताओं ने भी उनके फोटो के बिना विज्ञापन दिए हैं, उनसे पूछताछ की जाएगी कि आखिर उन्होंने किसकी अनुमति से ये विज्ञापन जारी किए.
दरअसल, भाजपा की केंद्र सरकार का एक साल पूरा हुआ है, उस उपलक्ष्य में ग्वालियर शहर के कुछ कार्यकर्ताओं और पार्षदों ने स्थानीय समाचार पत्रों में मोदी सरकार के सफलतम एक वर्ष पूरे होने पर बधाई संदेश छपाई थे, इसमें बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ-साथ स्थानीय सांसद, पूर्व मंत्री, बड़े नेता और जिला अध्यक्ष के फोटो भी लगाए गए, लेकिन इन सभी विज्ञापनों में बीजेपी के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के फोटो नहीं लगाया गया. इस बात से तो यह सिद्ध होता है कि एक ही ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए हो लेकिन अभी भी बीजेपी के कार्यकर्ता सिंधिया को अपना नेता नहीं मान रहे हैं.