ग्वालियर। शहर के फूलबाग परिसर में स्थित गांधी प्राणी उद्यान यानी चिड़ियाघर में एक बार फिर सैलानियों की आवाजाही कम हो गई है. इसके पीछे बड़ा कारण कोरोना बीमारी के बढ़ने को माना जा रहा है. सामान्य दिनों में जहां चिड़ियाघर को देखने के लिए लोग डेढ़ से दो हजार की संख्या में आते थे. उनकी संख्या घटकर एक चौथाई जानी 500 ही रह गई है.
चिड़ियाघर पर कोरोना का ग्रहण
कोरोना संक्रमण के मरीज मार्च के आखिरी सप्ताह और अप्रैल के पहले सप्ताह में तेजी से बढ़े हैं. पांच दिनों में ही 600 से ज्यादा कोरोना पेशेंट मिल चुके है. ग्वालियर में रविवार का लॉकडाउन भी शुरु हो चुका है. ऐसे में लोगों ने सार्वजनिक स्थानों पर जाना कम कर दिया है. इसका सीधा असर चिड़ियाघर पर भी पड़ा है. यहां 55 प्रजातियों के 550 पशु पक्षी रहते हैं. चिड़ियाघर प्रबंधन सैलानियों के लिए हाथ सैनिटाइजर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य शुरू कर चुका है.
शव रखकर परिजनों ने मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर के बंगले के बाहर किया प्रदर्शन
कई लोग परिसर में पहुंचने के बाद फिर से अपना मास्क निकाल देते हैं. इसके लिए चिड़ियाघर प्रबंधन ने अब परिसर के भीतर गार्ड और तैनात किया है और बिना मास्क लगा जो भी दिखाई देता है. उसे बाहर का रास्ता दिखाया दिया जाता है. गौरतलब है कि पिछले साल मार्च से यह चिड़ियाघर बंद रहा था, जिसमें 2 महीने पहले यानी फरवरी में ही दोबारा शुरु किया जा सका है लेकिन लॉकडाउन के खतरे को भांपते हुए लोगों ने सभी से सार्वजनिक स्थानों पर जाना कम कर दिया है. इसका असर नगर निगम के राजस्व पर भी पड़ा है.