ग्वालियर। प्रशासन के तमाम दावों के बावजूद ग्वालियर में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसकी पुष्टि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावेड़कर द्वारा राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम में शामिल देश के 102 शहरों की जारी सूची में हुई.
इस सूची में 28 ऐसे शहर शामिल हैं, जिनमें वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. इस सूची में मध्यप्रदेश से ग्वालियर का नाम शामिल है. ग्वालियर में यह स्थिति तब है, जब यहां वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए जून 2018 में जिला प्रशासन ने 11 जून को 485 करोड़ का एक्शन प्लान तैयार कर चुका है. जिसका क्रियान्वयन शुरू हो चुका है.
बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार शहर में वायु प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए 10 करोड़ की राशि और मुहैया कराएगी. ग्वालियर में वायु प्रदूषण के बढ़ने का सबसे बड़ा कारण खुले में कचरा जलाना है. उसके अलावा शहर के कई सारे इलाके ऐसे हैं, जो अभी तक डस्ट फ्री नहीं हो पाए हैं. जिसके चलते लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है.
साथ ही शहर में 15 साल पुराने डीजल वाहनों को खासकर यात्री वाहनों को बाहर किया जाना था, लेकिन उसको बाहर करने में भी जिला प्रशासन अब तक असफल रहा है. वहीं इस मामले में कलेक्टर अनुराग चौधरी का कहना है कि वायु प्रदूषण को बढ़ने से रोकना है तो ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण करना होगा. इस दिशा में जिला प्रशासन लगातार काम कर रहा है. साथ ही शहर और उसके आसपास इंडस्ट्रीज एरिया के लोगों से बात की जाएगी, जिससे इस समस्या से निजात पाई जा सके.