ग्वालियर। सागर ताल के पास स्थित प्राचीन गोपाल मंदिर को लेकर की गई शिकायत के बाद बुधवार को तहसीलदार मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों के बयान लिए, स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह प्राचीन मंदिर महीनों नहीं खुलता है, जबकि मंदिर में दोनों समय पूजा अर्चना होना जरूरी है, वहीं मंदिर के पुजारी का कहना है कि कुछ लोगों की निगाह मंदिर पेटे की जमीन पर है.
- कई हफ्ते से नहीं खुला मंदिर
दरअसल पिछले दिनों कलेक्टर की जनसुनवाई में स्थानीय लोगों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि प्राचीन गोपाल मंदिर जो स्टेट टाइम का है, वहां रोजाना पूजा अर्चना नहीं होती है, पुजारी काफी वृद्ध हैं और लश्कर क्षेत्र से उन्हें काफी दूर आना पड़ता है, कलेक्टर के निर्देश पर तहसीलदार बुधवार को मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों के बयान लिए, लोगों का यह भी कहना है कि वह मंदिर के नियमित रूप से नहीं खुलने से पूजा-अर्चना नहीं कर पाते हैं, मंदिर के पुजारी कई हफ्तों गायब रहते हैं, कई लोग तो ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक इस प्राचीन मंदिर में प्रतिष्ठित गोपाल और राधा रानी के दर्शन भी नहीं किए हैं.
- मंदिर पर कब्जा करने की कोशिश
तहसीलदार के मंदिर पहुंचते ही कई स्थानीय लोग आसपास से वहां आ गए और पुजारी की शिकायत करने लगे, लेकिन पुजारी का कहना है कई भूमि माफिया मंदिर पेटे की करीब 8 बीघा जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं, वे यहां सार्वजनिक समारोह जैसे शादी बर्थडे पार्टी और दूसरे कार्यक्रम करना चाहते हैं, जिसकी उन्होंने इजाजत नहीं दी, जिसके कारण उनकी झूठी शिकायत की गई है, जबकि वे रोजाना सुबह आठ से दोपहर 3 बजे तक मंदिर में ही रहते हैं.