ग्वालियर। भारत सरकार के पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाने के बाद अब शहर के मंदिर भी जागरूकता अभियान चला रहे हैं. जिसके चलते शहर के अधिकतर मंदिरों पर पॉलीथिन पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी गई है. जिसके बाद कई मंदिरों के बाहर सूचना लगा दी गई है कि पालीथिन में लाया गया प्रसाद स्वीकार नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही कई मंदिरों पर प्रसाद बेचने वालों को चेतावनी दी गई है कि वह पॉलीथिन की बिक्री करेंगे तो उनकी दुकान मंदिर परिसर से हटा दी जाएगी.
ग्वालियर के प्राचीन मंदिरों में से एक अचलेश्वर महादेव पर भी एक पोस्टर लगाया गया है, जिस पर भक्तों को साफ साफ निर्देश जारी किए गए हैं कि पर्यावरण की सुरक्षा व्यवस्था के लिए मंदिरों पर पॉलीथिन पूरी तरीके से प्रतिबंधित कर दी गई है.
मंदिर के पुजारी ज्ञानेश शर्मा का कहना है कि जिस तरीके से देश के प्रधानमंत्री ने 2 अक्टूबर को सभी लोगों से अपील की है कि सिंगल यूज़ प्लास्टिक का इस्तेमाल ना करें. ऐसे में मंदिर की भी जिम्मेदारी बनती है कि पर्यावरण की रक्षा करने में कोई काम करें.
वहीं इस बारे में दुकानदार का कहना है कि मंदिर के निर्देश के बाद वह कागज की पैकेट में प्रसाद दे रहे है. इसके अलावा जो फूल माला भी पॉलीथिन में ना देकर कागज में लपेट कर दी जा रही है. भक्तों का मानना है कि पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर की तरफ से उठाया गया कदम काफी सराहनीय है.