ग्वालियर। हायर सेकंडरी की बाकी बची परीक्षाएं कोरोना संक्रमण के बीच आखिरकार खत्म हो चुकी हैं, लेकिन अब परीक्षा की कॉपियां जांचने वाले शिक्षकों को कोरोना का डर सता रहा है. ग्वालियर में शिक्षकों का कहना है कि, इस बार मूल्यांकन केंद्रीकृत हो रहा है और उन्हें इससे डर लग रहा है, इन शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर घरों में कॉपी जांचने की सुविधा देने की मांग की है.
उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, लेकिन इस बार मूल्यांकन केंद्रीकृत हो रहा है, जिसको लेकर ग्वालियर जिले के शिक्षक और कर्मचारी संगठन द्वारा विरोध जाहिर किया गया है. जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंप कर शिक्षकों ने विरोध जताया है, साथ ही कहा है कि, कोरोना संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है, ऐसे में अब केंद्रीकृत मूल्यांकन से उन्हें डर लग रहा है, जबकि इसके पहले के चरण में घरों पर उत्तर पुस्तिकाओं को ले जाने की अनुमति दी गयी थी, शिक्षकों को कहना है कि, केंद्रीकृत मूल्यांकन से कोरोना का खतरा बढ़ सकता है.
इस विरोध को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि, 'कोविड- 19 को देखते हुए सभी जरूरी नियमों का पालन कराया जा रहा है, जिससे किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है, एक रूम में 20 के स्थान पर 5 शिक्षकों को पर्याप्त दूरी पर बिठा कर मूल्यांकन कराया जा रहा है'.
गौरतलब है कि, जिले में पद्मा हायर सेकंडरी स्कूल स्थित मूल्यांकन केंद्र पर 72 हजार 604 कॉपियां अलग- अलग जिलों से चेक होने के लिए आई हैं. इन्हें चेक करने के लिए लगभग एक हजार से ज्यादा शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है, ऐसे में जिला शिक्षा अधिकारी को मिले ज्ञापन के मुताबिक शिक्षकों ने आशंका जताई है कि, एक जगह पर शिक्षक एकत्रित होंगे, तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना मुश्किल हो जाएगा और सेनेटाइजेशन में थोड़ी सी भी चूक परेशानी का सबब बन सकती है. 30 जुलाई तक मूल्यांकन समाप्त होना है और 2 जुलाई को ओएमआर शीट भोपाल भेजी जानी है, ऐसे में समय सीमा के बीच कोविड का खतरा शिक्षकों को काफी डरा रहा है.