ग्वालियर। आदिम जाति कल्याण विभाग के एक सहायक शिक्षक के खिलाफ अनुसूचित जाति जनजाति छात्रावास में रहने वाले तमाम छात्र एकजुट हो गए हैं. उनका आरोप है कि शुरू से ही विवादों में घिरे सहायक शिक्षक जबर सिंह अग्र को अधीक्षक जैसे पद पर नियुक्त कर दिया गया है, जबकि उसके खिलाफ कई भ्रष्टाचार और आपराधिक मामले दर्ज हैं. छात्रों ने अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया.
दरअसल, जबर सिंह अग्र इन दिनों हरिशंकर पुरम स्थित अनुसूचित जाति जनजाति छात्रावास में अधीक्षक के रूप में पदस्थ हैं, जबकि मूल पदस्थापना सहायक शिक्षक की है. उसका आए दिन छात्रों से विवाद होता रहता है, उसके खिलाफ उसकी खुद की नियुक्ति और उन्हें आर्थिक अनियमितताओं के कई मामले चल रहे हैं, ऐसे विवादित व्यक्ति को अधीक्षक जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठाया गया है और वह छात्र हितों के खिलाफ काम करता है.
छात्रों का आरोप है कि जबर सिंह खिलाफ कई बार शिकायत की गई है. एक साल पहले उसके खिलाफ तात्कालीन एडीएम ने आर्थिक अनियमितताओं की जांच शुरू की थी और सिद्ध पाई थी, लेकिन उसे अभी तक बर्खास्त नहीं किया गया है. अनुसूचित जाति जनजाति छात्रावास के युवकों का कहना है कि उसके खिलाफ आर्थिक अनियमितताओं की जांच की जाए और अधीक्षक के प्रभार से हटाया जाए, क्योंकि हर बार वो पहुंचकर लाभ उठाकर नौकरी पर आ जाता है उसकी नियुक्ति भी फर्जी दस्तावेजों होने के आरोपों में लगाए हैं.