ग्वालियर। मिलावटखोरों की कमर तोड़ने ग्वालियर के स्वास्थ्य प्रबंधन संस्थान में एक राज्यस्तरीय लेबोरेटरी खोली जाएगी, जिसमें ग्वालियर चंबल संभाग में ली जाने वाली सैंपल की जांच की जा सकेगी. अब मिलावटखोरों के खिलाफ जिला प्रशासन सभी विभागों के साथ कोऑर्डिनेशन कर कार्रवाई को अंजाम देगा. इन कार्रवाइयों की हर 15 दिन में समीक्षा भी की जाएगी. इसे लेकर जिला प्रशासन ने सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली है.
बता दें ग्वालियर चंबल संभाग से सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे जाते थे और इनकी जांच रिपोर्ट लगभग 15 दिन में आती थी. वहीं इस समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने सरकार को एक राज्यस्तरीय लैब खोलने का प्रस्ताव भेजा था, जिसकी मंजूरी मिल चुकी है. ग्वालियर के स्वास्थ्य प्रबंधन संस्थान में एक राज्यस्तरीय लेबोरेटरी खोली जाएगी, जिसमें ग्वालियर चंबल संभाग में ली जाने वाली सैंपलों की जांच की जा सकेगी.
इस राज्यस्तरीय लेबोरेटरी के जरिए जांच के रिपोर्ट 15 दिन की जगह महज तीन-चार दिन में प्रशासन को मिल जाएगी. जिससे समय रहते ही मिलावटखोरों पर शिकंजा कसा जा सकेगा. इसके साथ ही जिला प्रशासन एक टेस्ट वैन भी तैयार करने जा रहा है. यह वैन महीने की 30 दिन शहर के अलग-अलग इलाकों में घूम कर अपने स्तर पर सैंपलिंग करेगी. इसके साथ ही लोग अपने घर के मिलावटी खाद्य सामग्री को भी इस वैन के जरिए जांच करा पाएंगे.