ग्वालियर। शहर के लक्ष्मी बाई कॉलोनी स्थित गंगा दास की बड़ी शाला में पिछले 15 सालों से उन साधकों को बेहतर मंच देने का प्रयास किया जा रहा है, जो शास्त्रीय संगीत में बारिकियां सीखना चाहत हैं और उन्हें अमल में लाने के लिए उत्सुक हैं. प्रसिद्ध ढोली बुआ महाराज अपने सानिध्य में कलाकारों को यह सुविधा नि:शुल्क रुप से उपलब्ध करा रही है.
ग्वालियर की गंगा दास की शाला प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीदों के अलावा वर्तमान में शास्त्रीय संगीत के नई साधकों के रियाज के लिए भी जानी जाती है. क्योंकि यहां पिछले 15 सालों से शास्त्रीय संगीत के विद्यार्थियों को गायन के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध करा रही है.
संगीत के कलाकारों द्वारा नए कलाकारों को उनके गायन और वादन में परिपक्वता लाना रागायन संस्था का मुख्य मकसद है. प्रसिद्ध ढोली बुआ मठ के महाराज गायन की कलाकारों को विशेष दीक्षा देते हैं.