ग्वालियर। 18 जनवरी को SIT मुरैना जहरीली शराब कांड की रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा के नेतृत्व में तीन वरिष्ठ अधिकारियों ने 2 दिन तक मौके पर जाकर पूरे मामले की तफ्तीश की. जांच प्रमुख और अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा ने बताया कि तफ्तीश के दौरान शराब कांड से जुड़े कई तथ्य सामने आए हैं. जिन्हें SIT 18 जनवरी को सरकार को सौपेंगी. आपको बता दें कि मुरैना जहरीली शराब कांड में अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है.
18 जनवरी को SIT सौंपेगी रिपोर्ट
24 लोगों की मौत के बाद मुरैना जहरीली शराब कांड पर सरकार भी सख्त है. SIT टीम ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि लोकल लेवल पर कैसे शराब का गैर कानूनी व्यापार हो रहा है. देसी शराब के बनने से लेकर उसके परिवहन तक जांच रिपोर्ट में विस्तार से बताया गया है. जांच टीम के मुखिया और अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा ने कहा कि वे सरकार से आबकारी नीति में बदलाव के लिए कुछ प्रस्ताव भी देंगे. ताकि नकली शराब बनाने वालों पर नकेल कसी जा सके. नई आबकारी नीति में नकली शराब बनाने और उसे बेचने वालों पर और कठोर कार्रवाई की सिफारिश की जा सकती है.आपको बता दें कि मुरैना जिले के छेरा और मानपुर गांव में नकली शराब पीने से अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें सबसे ज्यादा छैरा मानपुर गांव के लोग शामिल हैं.
अफसरों की लापरवाही ने ली 24 की जान!
अगर जिम्मेदार अधिकारी समय पर चेत जाते तो दिल दहला देने वाला ये कांड नहीं होता. क्योंकि ये इलाका अवैध शराब बनाए जाने को लेकर पहले से ही कुख्यात है. इसे अवैध शराब के अड्डे के रूप में जाना जाता है. सबसे बड़ा जुआ भी यहीं पर खेला जाता है. अफसरों का ढुलमुल रवैया काफी हद तक इस कांड के लिए जिम्मेदार है. उनकी नाक के नीचे सालों से देसी शराब का गोरखधंधा फल फूल रहा था. समय रहते इस पर लगाम कसी जाती, तो इतने लोगों के घर नहीं उजड़ते. जिले में 24 लोग मौत के मुंह में जा चुके हैं. कई लोगों का अलग अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
![who is responsibe for 24 deaths](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10249998_morena2.jpg)
CM ने SP-कलेक्टर को हटाया
जहरीली शराब कांड में एक्शन लेते हुए सीएम शिवराज ने पहले आबकारी अधिकारी को हटाया. फिर कलेक्टर और SP को भी हटा दिया गया.
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