ग्वालियर। पूर्व केंद्रीय मंत्री और एमपी कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया 3 घंटे से ज्यादा कांग्रेस कार्यालय में रुके. गुना-शिवपुरी संसदीय सीट से चुनाव हारने के बाद पहली बार वे कांग्रेस कार्यालय पहुंचे थे, जहां उनसे मिलने के लिए बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे. सिंधिया ने सरकार और संगठन के रिश्ते की मजबूती पर जोर दिया.
कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद पूर्व कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद पर फैसला जल्द से जल्द होना पार्टी के हित में है. यह वक्त कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए अग्नि परीक्षा जैसा है, इसलिए पार्टी नेतृत्व जल्द से जल्द कार्यसमिति की बैठक आयोजित करे, जिसमें अध्यक्ष पद पर ऐसे व्यक्ति को बैठाएं, जो सर्वमान्य होने के साथ ही जनता के साथ सीधे तौर पर जुड़ा हो.
इस वक्त एक होना बेहद जरूरी: सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सरकार और संगठन में समन्वय बेहद जरूरी है. जनता की लड़ाई कांग्रेस को हर मोर्चे पर लड़ना होगा. उन्होंने कहा कि वे कार्यकर्ताओं के बीच आने के लिए हमेशा तैयार हैं. उन्होंने बताया कि अगर बीजेपी से लड़ना है तो पार्टी को एक होना बेहद जरूरी है.
'अध्यक्ष पद की दौड़ में नहीं, लेकिन चिंचित जरूर'
सिंधिया ने कहा कि अध्यक्ष पद के लिए ऐसा व्यक्तित्व चाहिए, जो सभी का भरोसेमंद हो, क्योंकि कांग्रेस के लिए एक-एक दिन निकलना चुनौती के बढ़ते जाने के समान है. उन्होंने कहा कि भाजपा बैक डोर एंट्री में विश्वास करती है, जैसा उसने गोवा में किया है और अब कर्नाटक में वही नाटक कर रही है. सिंधिया ने बताया कि वे अध्यक्ष पद की दौड़ में नहीं हैं, लेकिन अपने क्षेत्र के प्रति चिंतित जरूर हैं, फिर चाहे भाजपा कुछ भी कहती रहे.
महल में भी हुई थी मीटिंग
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने महल में सैकड़ों कांग्रेसियों से मुलाकात की थी, जिसके बाद वे कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के लिए शिंदे की छावनी स्थित पार्टी मुख्यालय पहुंचे थे. यहां उन्होंने बंद कमरे में हर विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और समस्याओं के बारे में जानकारी ली.