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विवादित जमीन पर कब्जा लेने पहुंचे अधिकारियों को वापस लौटाया, लोगों ने बताई कब्रिस्तान की जमीन

शहर में विवादित जमीन की बाउंड्रीवॉल करने पहुंचे जीडीए के अधिकारियों को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. जिसके चलते राजस्व अधिकारियों ने लोगों से जमीन संबंधी दस्तावेज तलब किए हैं.

विवादित जमीन को लेकर जीडीए का विरोध
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Published : Aug 9, 2019, 12:04 PM IST

Updated : Aug 9, 2019, 2:32 PM IST

ग्वालियर। शहर के बहोड़ापुर तिराहे के नजदीक एक विवादित जमीन पर कब्जा लेने पहुंचे ग्वालियर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को स्थानीय लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा. लोगों ने जीडीए को बाउंड्रीवॉल करने से रोक दिया और हाथों में लाठियां लेकर मौके पर पहुंच गए. इस बीच प्रशासन ने दोनों पक्षों से जमीन संबंधी दस्तावेज तलब किए हैं और अगले 4 दिनों में उन्हें राजस्व विभाग में पेश करने के निर्देश दिए हैं.

विवादित जमीन को लेकर जीडीए का विरोध

दरअसल बहोड़ापुर चौराहे के नजदीक एक जमीन का टुकड़ा है, जिस पर एक वर्ग विशेष के लोगों का कहना है कि यह जमीन कब्रिस्तान की है. यहां सैकड़ों साल पुराना बीजक भी लगा हुआ है. उनका यह भी कहना है कि जमीन का मामला वक्फ बोर्ड भोपाल में चल रहा है, लेकिन जीडीए के अधिकारियों ने दावा किया है कि उन्हें हाईकोर्ट से स्थगन मिला हुआ है.

जीडीए के अधिकारी अपने कुछ कर्मचारियों के साथ विवादित जमीन की बाउंड्रीवॉल कराने पहुंचे थे, लेकिन लोगों ने उनका विरोध शुरू कर दिया, लिहाजा पुलिस और राजस्व के अधिकारियों को मौके पर पहुंचना पड़ा. राजस्व अधिकारियों ने जीडीए और विरोध कर रहे लोगों से जमीन संबंधी दस्तावेज तलब किए हैं और अगले 4 दिनों में उन्हें राजस्व विभाग में पेश करने के निर्देश दिए हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि विवादित जमीन को कुछ लोगों ने निजी बताकर बेच दिया है जो सरासर गलत है.

ग्वालियर। शहर के बहोड़ापुर तिराहे के नजदीक एक विवादित जमीन पर कब्जा लेने पहुंचे ग्वालियर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को स्थानीय लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा. लोगों ने जीडीए को बाउंड्रीवॉल करने से रोक दिया और हाथों में लाठियां लेकर मौके पर पहुंच गए. इस बीच प्रशासन ने दोनों पक्षों से जमीन संबंधी दस्तावेज तलब किए हैं और अगले 4 दिनों में उन्हें राजस्व विभाग में पेश करने के निर्देश दिए हैं.

विवादित जमीन को लेकर जीडीए का विरोध

दरअसल बहोड़ापुर चौराहे के नजदीक एक जमीन का टुकड़ा है, जिस पर एक वर्ग विशेष के लोगों का कहना है कि यह जमीन कब्रिस्तान की है. यहां सैकड़ों साल पुराना बीजक भी लगा हुआ है. उनका यह भी कहना है कि जमीन का मामला वक्फ बोर्ड भोपाल में चल रहा है, लेकिन जीडीए के अधिकारियों ने दावा किया है कि उन्हें हाईकोर्ट से स्थगन मिला हुआ है.

जीडीए के अधिकारी अपने कुछ कर्मचारियों के साथ विवादित जमीन की बाउंड्रीवॉल कराने पहुंचे थे, लेकिन लोगों ने उनका विरोध शुरू कर दिया, लिहाजा पुलिस और राजस्व के अधिकारियों को मौके पर पहुंचना पड़ा. राजस्व अधिकारियों ने जीडीए और विरोध कर रहे लोगों से जमीन संबंधी दस्तावेज तलब किए हैं और अगले 4 दिनों में उन्हें राजस्व विभाग में पेश करने के निर्देश दिए हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि विवादित जमीन को कुछ लोगों ने निजी बताकर बेच दिया है जो सरासर गलत है.

Intro:ग्वालियर
शहर के बहोड़ापुर तिराहे के नजदीक एक विवादित जमीन पर कब्जा लेने पहुंचे ग्वालियर विकास प्राधिकरण यानी जीडीए के अधिकारियों को स्थानीय लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा ।लोगों ने जीडीए को बाउंड्री वाल करने से रोक दिया और हाथों में लाठियां लेकर मौके पर पहुंच गए। इस बीच प्रशासन ने दोनों पक्षों से जमीन संबंधी दस्तावेज तलब किए हैं।


Body:दरअसल बहोड़ापुर चौराहे के नजदीक एक जमीन का टुकड़ा है जिस पर एक वर्ग विशेष के लोगों का कहना है कि यह जमीन कब्रिस्तान की है यहां सैकड़ों साल पुराना बीजक भी लगा हुआ है उनका यह भी कहना है कि जमीन का मामला वक्फ बोर्ड भोपाल में प्रचलित है लेकिन जीडीए के अधिकारियों ने दावा किया है कि उन्हें हाई कोर्ट से स्थगन मिला हुआ है जीडीए के अधिकारी अपने कुछ कर्मचारियों के साथ विवादित जमीन की बाउंड्री वाल करने पहुंचे थे।


Conclusion:लेकिन लोगों ने उनका विरोध शुरू कर दिया लिहाजा पुलिस और राजस्व के अधिकारियों को मौके पर पहुंचना पड़ा राजस्व अधिकारियों ने जीडीए और विरोध कर रहे लोगों से जमीन संबंधी दस्तावेज तलब किए हैं और अगले 4 दिनों में उन्हें राजस्व विभाग में पेश करने के निर्देश दिए हैं स्थानीय लोगों का कहना है कि विवादित जमीन को कुछ लोगों ने निजी बताकर बेच दिया है जो कि सरासर गलत है।
बाइट नासिर खान स्थानीय निवासी
बाइट प्रदीप तोमर एसडीएम ग्वालियर
Last Updated : Aug 9, 2019, 2:32 PM IST
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