ग्वालियर। इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिस्पांसिबल टूरिज्म की टीम ने मितावली, पडावली, और बटेश्वर स्थल का दौरा भी किया. यहां होमस्टे की स्थिति देखी और ईफ्रेंडली बनाने की सलाह दी. इसके साथ ही स्थलों पर उन्होंने कहा के यहां साफ- सफाई के साथ सुरक्षा की दृष्टि से पुख्ता इंतजाम करने चाहिए, ताकि विदेशी पर्यटक ज्यादा से ज्यादा आ सकें. इसके साथ ही टीम ने शहर के हृदय स्थल महाराज बाड़ा की काफी सराहना की. टीम ने कहा कि महाराज बाड़ा एशिया में सबसे बेहतर और सुंदर जगह में से एक है. यहां पर अद्भुत आर्कोलॉजी का प्रयोग किया गया है.
पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा का काफी अभाव : लंदन के पुरातत्वविद् डॉ. हैरोल्ड गुडविन के नेतृत्व में यूके, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका के अलावा कई देशों के प्रतिनिधियों ने बटेश्वर, मितावली, पडावली का दौरा किया. इन तीनों पर्यटन स्थलों को देखकर वह काफी खुश हुए लेकिन उन्होंने कहा कि इन पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा का काफी अभाव है. वहीं टीम ने स्थानीय भ्रमण के दौरान पारंपरिक व्यंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम का अनुभव लिया. स्टे होम में खाना खाया और किले का भ्रमण किया. इसके साथ ही राजा मानसिंह पैलेस को देखा और वहां पर नक्काशी को देखकर काफी खुश हुए.
ओरछा के आसपास गांव में भ्रमण : इसके साथ ही टीम ने ओरछा के आसपास गांव में भ्रमण किया. टीम में मौजूद पद्मश्री सम्मानित पुरातत्वविद् केके मोहम्मद ने बताया कि ग्वालियर चंबल अंचल में कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जो विश्व में हमारी पहचान बन सकते हैं. हालांकि पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा, साफ-सफाई की जरूरत है. इसके साथ ही कई ऐसी ऐतिहासिक धरोहर हैं, जो अवैध उत्खनन का शिकार हैं. सरकार और पर्यटन विभाग को इस पर काम करना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पहले की अपेक्षा मध्यप्रदेश में और लगातार पर्यटन को लेकर अपार संभावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं. Team of many countries, team visits Gwalior tourism, Maharaj Bada of Gwalior, Maharaj Bada best tourist destination