ग्वालियर। 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करने की अपील देशवासियों से की थी. जिसको लेकर मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर ईटीवी भारत ने शहर के अलग-अलग हिस्सों में रियलिटी चेक किया. जिसके बाद प्लास्टिक बैन को लेकर प्रशासन के दावे की पोल खुलती नजर आ रही है.
ग्वालियर के शहर के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल लाल किला पहुंचा. जहां पर्यटक खुलेआम सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल करते नजर आए. यहां तक की किला घूमने आए विदेशी पर्यटक भी सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल करते देखे गए. ईटीवी भारत ने जब पर्यटकों से सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने कहा सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल सेहत के साथ-साथ ऐतिहासिक इमारत को भी नुकसान पहुंचा रहा है. वहीं प्रशासन ने भी ऐतिहासिक इमारत में सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया, ब्लकि पर्यटन स्थल पर लोग बेझिझक प्लास्टिक का इस्तेमाल करते दिखे. यहां तक की कलेक्टर अनुराग चौधरी ने कहा कि जो लोग सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल करते पाए जाते है तो उनके खिलाफ दंडनात्मक कार्रवाई की जाएगी. लेकिन प्रशासन के इस आदेश के बाद भी प्लास्टिक का इस्तेमाल हो रहा है.
यहीं नहीं सिंगल यूज प्लास्टिक ग्वालियर शहर के मंडियों में धड़ल्ले से बीक रहा है. सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि सरकार पहले पॉलथीन बनाने वाली कंपनियों पर बैन लगाए तभी जाकर पॉलिथीन और प्लास्टिक पर बैन लग सकता है. पॉलिथीन अभी बाजार में उपलब्ध है .इसलिए हम खरीद कर लाते हैं और ग्राहक भी इन पॉलीथिन में सब्जियों को आसानी से ले रहे हैं. सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि यह पॉलिथीन इनसान और जानवरों के लिए भी नुकसानदेह होती है. लेकिन हमारी मजबूरी है कि जब हमें पॉलीथिन बाजार में आसानी से मिल रही है तो हम भी अपने ग्राहकों को पॉलिथीन में सब्जी दे रहे हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस अपील का कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है. और न हीं प्रशासन इसको लेकर सजक है.