ग्वालियर। पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया की जयंती पर 10 मार्च को होने वाले एक आयोजन को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं. दोनों पार्टियों के बीच माधवराव सिंधिया को अपना बताने की होड़ शुरू हो गई है. दरअसल, सिंधिया की जयंती के मौके पर बीजेपी ग्वालियर में राष्ट्रीय मैराथन दौड़ कराएगी. इस आयोजन में मध्यप्रदेश के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर समेत तमाम बड़े नेता शामिल हो रहे हैं. इस कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी को घेरने की कोशिश शुरू कर दी है. कांग्रेस का कहना है, 'उनके पास जनता के बीच जाने लायक कोई नेता नहीं बचा है. ऐसे में वे अब हमारे नेता का सहारा लेकर अपनी राजनीति चमका रहे हैं.'
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एक पार्टी का उन पर हक जमाना उचित नहीं: बीजेपी द्वारा आयोजित महिला और पुरुष मैराथन दौड़ में कई राष्ट्रीय खिलाड़ी शामिल होने वाले हैं. कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर काफी गंभीर है. वे खुद इनका जायजा ले रहे हैं. ग्वालियर में पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा, 'हम इस राष्ट्रीय मैराथन दौड़ को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.' उन्होंने कहा 'माधवराव सिंधिया पूरे ग्वालियर और मध्यप्रदेश के नेता थे. किसी एक पार्टी का उन पर हक जमाना उचित नहीं है.' वहीं, बीजेपी के जिला अध्यक्ष अभय चौधरी ने कहा, 'स्वर्गीय माधवराव सिंधिया ग्वालियर के जनसेवक थे. उन्हीं की स्मृति में यह एक बड़ा आयोजन किया जा रहा है. वे किसी एक पार्टी के नहीं थे. वे हर किसी के दिल में बसे हुए हैं.'
भाजपा के पास अब कोई नेता नहीं: उधर, कांग्रेस ने इस आयोजन को लेकर सियासत शुरू कर दी है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है, 'भारतीय जनता पार्टी के पास शायद अब कोई ऐसा नेता नहीं है, जिन्हें जनता के बीच में ले जाया जा सके. यही कारण है कि वह हमारे नेता के नाम का उपयोग करना चाहती है. स्वर्गीय माधवराव सिंधिया कांग्रेस के सच्चे जनसेवक थे और वे हर किसी के दिल में बसते हैं. यही कारण है कि अब ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में जाकर उनके नाम का उपयोग करना चाहते हैं.'