ग्वालियर। ग्वालियर में कोरोना के मामले दिन प्रति दिन बढ़ते जा रहे है. यही वजह है कि अब कोरोना संक्रमण सरकारी दफ्तरों में दस्तक दे रहा है. शहर का कोई ऐसा सरकारी दफ्तर नहीं है. जिसमें कोरोना न हो, लेकिन अब सरकारी दफ्तरों के अलावा कोरोना संक्रमण आर्मी के जवानों से होकर पुलिसकर्मियों तक पहुंच रहा है. लिहाजा ग्वालियर में कोरोना वॉरियर्स के रूप में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आते जा रहे हैं. अब तक शहर में 56 से अधिक पुलिस कर्मी संक्रमित हो जाने की खबर सामने आ चुके हैं.
ग्वालियर जिले में जैसे-जैसे अनलॉक के दिन बढ़ती जा रहे है वैसे ही संक्रमण का खतरा तेजी से फैलता जा रहा है. पहले मजदूर उसके बाद आम लोग और अब सरकारी दफ्तरों से होते हुए आर्मी के जवानों तक पहुंचा. जिले में 3 दिन में एक सैकड़ा से अधिक सीआरपी कैंप में जवान संक्रमित पाए गए. अब उसके बाद पुलिसकर्मी भी लगातार इसकी चपेट में आना शुरू हो चुके हैं, लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि जो दिन रात ड्यूटी करते हैं उनके लिए न तो अच्छे मास्क, ना ही ग्लब्स और न ही फेस कवर उपलब्ध है. वहीं इस कोरोना संक्रमण काल में शहर के कई थाने ऐसे हैं, जहां पर पुलिसकर्मी ने चोर को पकड़ा और बाद में वही चोर कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. जिसकी वजह से पूरा थाना स्टाप क्वारेंटाइन किया गया.
इसको लेकर ग्वालियर एसपी अमित सांघी का कहना है. पुलिसकर्मी जनता के संपर्क में रहते हैं और इस कोरोना संक्रमण काल में लगातार कंटेनमेंट जोन एरिया में ड्यूटी कर रहे हैं. इस कारण पुलिसकर्मियों को संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है. फिर भी ड्यूटी के दौरान सभी पुलिसकर्मी सुरक्षा की दृष्टि से मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग कर रहे हैं.
संक्रमण के कारण कैदियों की वापसी रुकी
ग्वालियर सेंट्रल जेल में बंद रहे और इन दिनों पैरोल पर चल रहे कैदियों की वापसी फिलहाल रुक गई है. ये पहला मौका है, जब बंदियों की पैरोल तीसरी बार बढ़ाई गई है. कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच जेल प्रशासन ने ये फैसला लिया है कि सितंबर महीने के आखिर में ही इन कैदियों को वापस बुलाया जाएगा. जानकारी के मुताबिक जेल प्रशासन ने अप्रैल में करीब 800 से ज्यादा कैदियों को परोल पर छोड़ा था.
गुरुवार को मिले 89 नये मामले
ग्वालियर में कोरोना के गुरूवार को 89 नय मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही ग्वालियर में कोरोना संक्रमण के मामले 2748 तक पहुंच गए हैं. वहीं कोरोना से अभी तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके साथ 2014 कोरोना मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. इसके साथ ही कुल 720 केस एक्टिव हैं.
लॉकडाउन सिर्फ रविवार को
वल्लभ भवन में कोरोना समीक्षा बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित की गई. बैठक में फैसला लिया गया है कि, अब प्रदेश भर में जो बाजार रेस्टोरेंट और होटल रात आठ बजे तक चलते थे, उसका समय बढ़ाकर रात 10 बजे तक कर दिया गया है. इसके साथ ही प्रदेश के कई जिलों में शनिवार और रविवार को लॉकडाउन किया जाता था, लेकिन आज बैठक में निर्णय लिया गया है कि, प्रदेश भर में लॉकडाउन सिर्फ रविवार को रहेगा. वहीं नाइट कर्फ्यू रात 10 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक जारी रहेगा.
प्रदेश में 17 मरीजों की कोरोना से मौत
मध्यप्रदेश में गुरुवार को 830 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. प्रदेश में अब संक्रमितों की संख्या 36,564 हो गई है. गुरुवार को कोरोना संक्रमित 17 मरीजों की मौत भी हुई है, जिसके बाद मौत का आंकड़ा बढ़कर 946 हो गया है. 838 संक्रमित मरीज गुरुवार को स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं. अब तक प्रदेश में 26,902 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं, जबकि 8,716 मरीज एक्टिव हैं.
कमलाराजा अस्पताल में चार जूनियर डॉक्टर्स हुए थे कोरोना पॉजिटव
ग्वालियर में बढ़ते कोरोना वायरस की जद में अब सरकारी अस्पताल भी आ गए हैं. ग्वालियर चंबल संभाग के सबसे बड़े महिला एवं बाल रोग अस्पताल कमलाराजा के एसएनसीयू वार्ड में पदस्थ चार जूनियर डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ कोरोना संक्रमित निकलने के बाद वहां भर्ती 56 नवजात बच्चों के परिजनों में हड़कंप मच गया.
भोपाल में कोरोना से चार मौत
राजधानी भोपाल में 155 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आये हैं. जिसके बाद भोपाल में कोरोना संक्रमितों की संख्या 7270 हो गई है. भोपाल में गुरुवार को 4 मरीजों की मौत के आंकड़े भी सामने आये हैं. जबकि राजधानी में गुरुवार को 465 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे हैं.