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दो फर्जी शिक्षकों पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला किया दर्ज, सालों से कर रहे थे नौकरी

ग्वालियर जिले में दो शिक्षकों के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. जिसमें एक ने अपराधिक मामला छुपाया था, वहीं दूसरे ने दस्तावेजों में हेराफेरी कर नौकरी हासिल की थी.

Two teachers have been booked for cheating
दो शिक्षकों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज
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Published : Feb 7, 2020, 7:49 PM IST

Updated : Feb 7, 2020, 9:01 PM IST

ग्वालियर। जिले में नकली दस्तावेजों से बने दो शिक्षकों पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. जिसमें शिक्षक संतोष शर्मा ने अपराधिक मामला छुपाया था, वहीं मधुप आनंद मिश्रा ने दस्तावेजों में हेरफेर कर नौकरी हासिल की थी. जिसके बाद पुलिस ने दोनों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.

दो शिक्षकों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज

ये है पूरा मामला
दरसअल थाटीपुर थाना पुलिस को शासकीय हाई स्कूल सुपावली मुरार में पदस्थ शिक्षक संतोष बाबू शर्मा के खिलाफ शिकायत मिली थी कि उसने अपना अपराधिक रिकॉर्ड को छुपाते हुए नौकरी पाई है. संतोष बाबू शर्मा ने वर्ष 2006 में व्यापमं परीक्षा में 62 अंक की हेराफेरी कर 102 नंबर में बदल दिया था. ये छेड़छाड़ पकड़ी गई और गोहद थाना भिंड में अपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया था. इसके बाद भी 2007 में उसने ग्वालियर में संविदा पर नियुक्ति ले ली. जिसके बाद वो लगातार कार्य करता रहा. वर्ष 2010 में तत्कालीन अफसरों ने उसका शिक्षा विभाग में संविलियन भी करा दिया.

15 जनवरी 2013 को उसे 2006 में हुए अपराधिक प्रकरण में गिरफ्तार किया गया. वो करीब 56 दिन उपजेल गोहद भिंड में बंद रहा. इसके बाद भी यहां से उसका वेतन निकलता रहा. ऐसा संभव ही नहीं है. इसलिए उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है.

वहीं दूसरे शिक्षक मधुप आनंद मिश्रा के खिलाफ भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. वर्ष 2009 में आयु सीमा छुपाकर इन्होंने नियुक्ति ली, लेकिन जब दस्तावेज में उनकी गलती पकड़ी गई तो शिकायत हुई थी. जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. फिलहाल पुलिस ने दोनों शिक्षकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करते हुए उनकी तलाश शुरू कर दी है.

ग्वालियर। जिले में नकली दस्तावेजों से बने दो शिक्षकों पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. जिसमें शिक्षक संतोष शर्मा ने अपराधिक मामला छुपाया था, वहीं मधुप आनंद मिश्रा ने दस्तावेजों में हेरफेर कर नौकरी हासिल की थी. जिसके बाद पुलिस ने दोनों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.

दो शिक्षकों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज

ये है पूरा मामला
दरसअल थाटीपुर थाना पुलिस को शासकीय हाई स्कूल सुपावली मुरार में पदस्थ शिक्षक संतोष बाबू शर्मा के खिलाफ शिकायत मिली थी कि उसने अपना अपराधिक रिकॉर्ड को छुपाते हुए नौकरी पाई है. संतोष बाबू शर्मा ने वर्ष 2006 में व्यापमं परीक्षा में 62 अंक की हेराफेरी कर 102 नंबर में बदल दिया था. ये छेड़छाड़ पकड़ी गई और गोहद थाना भिंड में अपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया था. इसके बाद भी 2007 में उसने ग्वालियर में संविदा पर नियुक्ति ले ली. जिसके बाद वो लगातार कार्य करता रहा. वर्ष 2010 में तत्कालीन अफसरों ने उसका शिक्षा विभाग में संविलियन भी करा दिया.

15 जनवरी 2013 को उसे 2006 में हुए अपराधिक प्रकरण में गिरफ्तार किया गया. वो करीब 56 दिन उपजेल गोहद भिंड में बंद रहा. इसके बाद भी यहां से उसका वेतन निकलता रहा. ऐसा संभव ही नहीं है. इसलिए उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है.

वहीं दूसरे शिक्षक मधुप आनंद मिश्रा के खिलाफ भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. वर्ष 2009 में आयु सीमा छुपाकर इन्होंने नियुक्ति ली, लेकिन जब दस्तावेज में उनकी गलती पकड़ी गई तो शिकायत हुई थी. जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. फिलहाल पुलिस ने दोनों शिक्षकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करते हुए उनकी तलाश शुरू कर दी है.

Intro:एंकर-ग्वालियर में नकली दस्ताबेजों से बने दो शिक्षको पर पुलिस ने एफआईआर  दर्ज की है। 2007 में संतोष बाबू शर्मा नाम के शिक्षक ने अपराधिक प्रकरण छुपाए तो वही दूसरे मदुपआनंद मिश्रा नाम के शिक्षक ने दस्तावेजों में हेरफेर कर नौकरी हासिल की थी। वही एक शिक्षक खिलाफ 2006 में व्यापम कांड के मामला गोहद थाने में मामला दर्ज हुआ था और वह जेल की सजा काट कर आया है। वही पुलिस ने धोखधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


Body:वीओ-दरसअल थाटीपुर थाना पुलिस को शासकीय हाई स्कूल सुपावली मुरार में पदस्थ शिक्षक संतोष बाबू शर्मा के खिलाफ शिकायत मिली थी कि उसने अपना अपराधिक रिकॉर्ड को छुपाते हुए नौकरी पाई है। शिक्षक संतोष बाबू शर्मा ने वर्ष 2006 में व्यापम परीक्षा में 62 अंक को हेराफेरी कर 102 में बदल दिया था यह छेड़छाड़ पकड़ी गई और गोहद थाना भिंड में अपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया था इसके बाद भी 2007 में उसने ग्वालियर में संविदा पर नियुक्ति ले ली। इसके बाद वह लगातार कार्य करता रहा। वर्ष 2010 में तत्कालीन अफसरों ने उसका शिक्षा विभाग में संविलियन भी करा दिया। इसके बाद 15 जनवरी 2013 को उसे 2006 में हुए अपराधिक प्रकरण में गिरफ्तार किया गया। वह करीब 56 दिन उपजेल गोहद भिंड में बंद रहा। इसके बाद भी यहां से उसका वेतन निकलता रहा। ऐसा संभव ही नहीं है। इसलिए उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। वही दूसरे शिक्षक मधुप आनंद मिश्रा के खिलाफ भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। वर्ष 2009 में आयु सीमा छुपाकर इन्होंने नियुक्ति ली, लेकिन जब दस्तावेज में उनकी गलती पकड़ी गई तो शिकायत हुई थी। जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस ने दोनों शिक्षकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करते हुए उनकी तलाश शुरू कर दी है।
Conclusion:बाइट-प्रमोद शर्मा -(एसआई, थाटीपुर थाना ग्वालियर)
Last Updated : Feb 7, 2020, 9:01 PM IST
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