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पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को थमाया नोटिस, नर्सिंग भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े का है मामला

ग्वालियर में हुई नर्सिंग भर्ती परीक्षा में पुलिस ने बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े की आशंका जताई है. जांच में सहयोग नहीं करने वाले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अब पुलिस की तरफ से नोटिस भेजकर दस्तावेजों के साथ थाने तलब किया गया है.

Police gave notice to health department in Gwalior
स्वास्थ्य विभाग
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Published : Jan 23, 2020, 5:53 PM IST

Updated : Jan 23, 2020, 6:14 PM IST

ग्वालियर। नर्सिंग भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े के शक पर पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को नोटिस थमाया है. अब पुलिस स्वास्थ्य विभाग के ऑफिस के चक्कर नहीं काटेगी. विभाग के अधिकारी परीक्षा का पूरा ब्यौरा लेकर तीन दिन में थाने पहुंचेंगे. जिससे कार्रवाई की जा सके.

स्वास्थ्य विभाग को मिला नोटिस


कारोबारी राजीव गोविला के पकड़े जाने पर, उसकी कार से पुलिस को नकली मार्कशीट और सरकारी विभाग की सील मिली थीं. जिसमें श्योपुर में पदस्थ नर्स ममता मित्तल की बारहवीं की परीक्षा सहित नर्सिंग की बैचलर की मार्कशीट और आधार कार्ड सहित तमाम दस्तावेज मिले थे. राजीव ने पूछताछ में कई खुलासे किए. जिसके बाद नर्स के पद पर की गई भर्ती शक के दायरे में आ गई.


नकली मार्कशीट पकड़े जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग लगातार 2013 की नर्सिंग भर्ती परीक्षा का ब्यौरा देने से कतरा रहा है. क्योंकि इसी परीक्षा के जरिए पुलिस रिकॉर्ड में वांटेड नर्स ममता मित्तल की भर्ती हुई है. पुलिस का कहना है कि, ममता ने नर्सिंग की पढ़ाई के जिन दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल की, वह फर्जी है. स्वास्थ्य विभाग ने ही उनकी तस्दीक की है. अब विभाग यह नहीं बता पा रहा है कि आखिर नकली दस्तावेजों के आधार पर ममता को नर्स की नौकरी कैसे दी गई.

उसके दस्तावेजों का तुरंत सत्यापन क्यों नहीं कराया गया. फर्जीवाड़े में स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों की भी मिली भगत सामने आई है. विभाग पुलिस को भर्ती परीक्षा का ब्यौरा थमाता है, तो परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वाले कई लोग शिकंजे में आएंगे. नर्सिंग भर्ती की 2013 में हुई परीक्षा में कुल 13 लोगों को चुना गया था. जिसके बारे में पुलिस स्वास्थ विभाग से लगातार जानकारी मांग रही है, लेकिन स्वास्थ्य महकमें ने ममता सहित सिर्फ तीन लोगों के नामों का खुलासा किया है. बाकी लोगों के बारे में चुप्पी साधे हुए हैं.

ग्वालियर। नर्सिंग भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े के शक पर पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को नोटिस थमाया है. अब पुलिस स्वास्थ्य विभाग के ऑफिस के चक्कर नहीं काटेगी. विभाग के अधिकारी परीक्षा का पूरा ब्यौरा लेकर तीन दिन में थाने पहुंचेंगे. जिससे कार्रवाई की जा सके.

स्वास्थ्य विभाग को मिला नोटिस


कारोबारी राजीव गोविला के पकड़े जाने पर, उसकी कार से पुलिस को नकली मार्कशीट और सरकारी विभाग की सील मिली थीं. जिसमें श्योपुर में पदस्थ नर्स ममता मित्तल की बारहवीं की परीक्षा सहित नर्सिंग की बैचलर की मार्कशीट और आधार कार्ड सहित तमाम दस्तावेज मिले थे. राजीव ने पूछताछ में कई खुलासे किए. जिसके बाद नर्स के पद पर की गई भर्ती शक के दायरे में आ गई.


नकली मार्कशीट पकड़े जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग लगातार 2013 की नर्सिंग भर्ती परीक्षा का ब्यौरा देने से कतरा रहा है. क्योंकि इसी परीक्षा के जरिए पुलिस रिकॉर्ड में वांटेड नर्स ममता मित्तल की भर्ती हुई है. पुलिस का कहना है कि, ममता ने नर्सिंग की पढ़ाई के जिन दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल की, वह फर्जी है. स्वास्थ्य विभाग ने ही उनकी तस्दीक की है. अब विभाग यह नहीं बता पा रहा है कि आखिर नकली दस्तावेजों के आधार पर ममता को नर्स की नौकरी कैसे दी गई.

उसके दस्तावेजों का तुरंत सत्यापन क्यों नहीं कराया गया. फर्जीवाड़े में स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों की भी मिली भगत सामने आई है. विभाग पुलिस को भर्ती परीक्षा का ब्यौरा थमाता है, तो परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वाले कई लोग शिकंजे में आएंगे. नर्सिंग भर्ती की 2013 में हुई परीक्षा में कुल 13 लोगों को चुना गया था. जिसके बारे में पुलिस स्वास्थ विभाग से लगातार जानकारी मांग रही है, लेकिन स्वास्थ्य महकमें ने ममता सहित सिर्फ तीन लोगों के नामों का खुलासा किया है. बाकी लोगों के बारे में चुप्पी साधे हुए हैं.

Intro:एंकर-ग्वालियर में नर्सिंग भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े के शक पर पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग को धारा 91 का नोटिस थमाया है। महकमें से कहा है कि अब पुलिस स्वास्थ्य विभाग के ऑफिस के चक्कर नहीं काटेगी। विभाग के अधिकारी परीक्षा का पूरा ब्योरा लेकर तीन दिन में थाने आएं। जिससे कार्यवाही की जा सके।


Body:वीओ-दरअसल थाटीपुर थाना पुलिस ने पूर्व में नकली मार्कशीट कारोबारी राजीव गोविला के पकड़े जाने पर उसकी कार से पुलिस को नकली मार्कशीट और सरकारी विभाग की सील मिली थीं। इनमे श्योपुर में पदस्थ नर्स ममता मित्तल की बारहवी की परीक्षा सहित नर्सिंग की बैचलर की मार्कशीट और आधार कार्ड सहित तमाम दस्तावेज मिले थे। राजीव ने पूछताछ में कई खुलासे किए इससे ममता की नर्स के पद पर भर्ती शक के दायरे में आ गई थी। नकली मार्कशीट कांड पकड़े जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग लगातार 2013 की नर्सिंग भर्ती परीक्षा का ब्योरा देने से कतरा रहा है क्योंकि इसी परीक्षा के जरिए पुलिस रिकार्ड में वांटेड नर्स ममता मित्तल की भर्ती हुई है। पुलिस का कहना है कि ममता ने नर्सिंग की पढ़ाई के जिन दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल की है वह फर्जी है। स्वास्थ्य विभाग ने ही उनकी तस्दीक की है। अब विभाग यह नहीं बता पा रहा है कि आखिर नकली दस्तावेजों के आधार पर ममता को नर्स की नौकरी कैसे दी गई। उसके दस्तावेजों का तत्काल सत्यापन क्यों नहीं कराया गया। फर्जीवाड़े में स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों की भी मिली भगत सामने आई है। विभाग पुलिस को भर्ती परीक्षा का ब्योरा थमाता है तो परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने में कुछ लोग शिकंजे में आएंगे। इस नर्सिंग भर्ती की 2013 में हुई परीक्षा में कुल 13 लोगों को चुना गया था। इनके बारे में पुलिस स्वास्थ विभाग से लगातार जानकारी मांग रही है लेकिन महकमें ने सिर्फ ममता सहित सिर्फ तीन लोगों के नामों का खुलासा किया है। बाकी लोगों के बारे में चुप्पी साधे हुए हैं। इससे जाहिर है कि विभाग नहीं चाहता कि भर्ती परीक्षा में हुए घालमेल का खुलासा हो।
Conclusion:बाइट-शेलेन्द्र भार्गव- टीआई, थाटीपुर थाना ग्वालियर
Last Updated : Jan 23, 2020, 6:14 PM IST
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