ग्वालियर। ग्वालियर के एक वाट्सएप ग्रुप में पुलिस आरक्षक को अश्लील भाषा का इस्तेमाल करना महंगा पड़ गया. आरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही उसपर विभागीय जांच भी शुरू हो गई है. अश्लील शब्द के प्रयोग के बाद हेड कांस्टेबल को ग्रुप से रिमूव भी कर दिया गया है.
ग्वालियर में पदस्थ पुलिसकर्मी धर्मेंद्र पाठक ने एक व्हाट्सएप ग्रुप में बीजेपी को लेकर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए गाली लिख दी, जिसके बाद ग्रुप के सदस्यों ने टिप्पणी पर आपत्ति जताई. खास बात ये है कि अभद्र कमेंट जिस व्हाट्सएप ग्रुप में किया गया उस ग्रुप में खुद एसपी अमित सांघी भी जुड़े हुए हैं.
रिश्वत लेते पुलिसकर्मी का वीडियो वायरल, पुलिस अधीक्षक ने किया निलंबित
तत्काल किया गया सस्पेंड
जब एसपी की नजर आरक्षक के अभद्र कमेंट पर पड़ी, तो एसपी ने तत्काल आरक्षक के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई शुरू करते हुए विभागीय जांच के आदेश दे दिए. ग्रुप में कोरोना को लेकर एक न्यूज की क्लिप डाली गई थी, जिस पर आरक्षक ने अपशब्द लिखा कि 'अब कोरोना आ गया तो चुनाव कहां चला गया?'
लोगों के बीच पुलिस की छवि खराब नहीं होने देंगे
एसपी अमित सांघी का कहना है कि इस तरह की हरकतों से पुलिस की छवि खराब होती है, जो कि कतई बर्दाश्त करने योग्य नहीं है. आरक्षक धर्मेंद्र पाठक ने जिस ग्रुप में अपशब्द लिखे हैं, उसमें कई सामाजिक और वरिष्ठ लोग जुड़े हुए हैं.