ग्वालियर। मध्यप्रदेश में भले ही सरकार शिवराज की है, लेकिन अप्रत्यक्ष तौर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का ही राज है, शिवराज मंत्रिमंडल में करीब आधे मंत्री सिंधिया के कट्टर समर्थक माने जाते हैं. इन्हीं समर्थकों ने ही कांग्रेस की सरकार का तख्तापलट किया था, लेकिन सिंधिया की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी कमलराजे ट्रस्ट की जमीन को लेकर एक जनहित याचिका हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच में दायर की गई है. ये याचिका ग्वालियर के ऋषभ भदोरिया ने दायर की है, साथ ही सिंधिया से अपनी जान को खतरा भी बताया है.
याचिकाकर्ता ऋषभ भदोरिया ने जनहित याचिका में कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर के सिटी सेंटर इलाके में 22 से ज्यादा ऐसी सरकारी जमीन है. जिसे सिंधिया ने सरकारी दस्तावेज में अपने नाम और कमलराजे ट्रस्ट के नाम पर चढ़ा दिया है, जबकि ये सरकारी है. ये जमीन 2017 से 2018 के बीच शासकीय भूमि के नाम पर दर्ज थी, जबकि कांग्रेस की सरकार आने के बाद अपने रसूख के दम पर सिंधिया ने 2018-19 में अपने और अपने ट्रस्ट के नाम करवा लिया.
इस याचिका पर सोमवार या मंगलवार को सुनवाई हो सकती है. जिस जमीन के सर्वे की बात याचिकाकर्ता ने कही है, उन जमीनों की कीमत आज के समय में करीब 500 करोड़ रुपए से ज्यादा बताई जा रही है.