ग्वालियर। शहर में 15 अप्रैल से 21 अप्रैल तक सात दिन का कोरोना कर्फ्यू के फैसले का विरोध शुरू हो गया है. इस कर्फ्यू का चेंबर ऑफ कॉमर्स के व्यापारियों ने विरोध किया है. व्यापारियों ने दो टूक कहा है कि, अगर कर्फ्यू लगाया गया तो वह कर्फ्यू का उल्लंघन कर अपने प्रतिष्ठान खोलेंगे. इसके लिए अगर पुलिस और प्रशासन उनके विरुद्ध कोई एक्शन लेता है तो वह कानूनी कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार है.
- कलेक्टर से करेंगे चर्चा
दरअसल मंगलवार को जिला कलेक्टर कार्यालय में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में शहर के जनप्रतिनिधि और व्यापारीगण भी शामिल हुए. जिसके बाद ग्वालियर में बढ़ते संक्रमण के मामले को रोकने के लिए 15 अप्रैल 21 अप्रैल तक सात दिन के लिए कर्फ्यू लगाए जाने की घोषणा कलेक्टर ने की. जब इसकी जानकारी चेंबर ऑफ कॉमर्स से जुड़े व्यापारियों को लगी तो हड़कंप मच गया. आनन-फानन में उन्होंने बैठक कर कर्फ्यू का विरोध करने का निर्णय लिया. हालांकि इससे पहले बुधवार को दोपहर 12 बजे चेंबर ऑफ कॉमर्स से जुड़े व्यापारी कलेक्टर से मुलाकात करेंगे और अपनी बात रखेंगे.
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- विकल्प पर ध्यान दे प्रशासन
व्यापारियों की मांग है कि कर्फ्यू के इतर प्रशासन अन्य विकल्प इस्तेमाल करें. थोक बाजार शाम 6 बजे बंद किए जाएं. सकरे बाजारों में कोविड गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराया जाए. अल्टरनेट विकल्प का इस्तेमाल कर बाजारों को अलग-अलग दिन में खोला जाए. यह मांग चेंबर ऑफ कॉमर्स के व्यापारी कलेक्टर के सामने रखेंगे. लेकिन फिलहाल व्यापारियों के रुख से प्रशासन के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है. क्योंकि जिस तरह संक्रमण बढ़ रहा है. मौत के आंकड़े भी बढ़ते जा रहे हैं. इन सब को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर ने 7 दिन के कर्फ्यू की घोषणा की है.