ग्वालियर। मध्यप्रदेश के सभी विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी और पेंशनर्स का आंदोलन जारी है. यह आंदोलन 15 मई से 9 सूत्री मांगों को लेकर किया जा रहा है. आंदोलनकारियों ने पहले दिन काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया था. उसके बाद बुधवार को दूसरे दिन जीवाजी विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारी अधिकारी और शिक्षकों ने एकजुट होकर धरना दिया. उन्होंने मांग की है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन जारी रखेंगे. जीवाजी विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारी अधिकारी और शिक्षकों की वजह से बुधवार को विश्वविद्यालय में कामकाज पूरी तरह बाधित रहा और छात्र परेशान होते रहे.
9 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना: बता दें कि मध्यप्रदेश विश्वविद्यालयीन पेंशनर्स, कर्मचारी, अधिकारी, शिक्षक संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर 9 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा है. संयुक्त मोर्चा की प्रमुख मांग यह है कि राज्य शासन के कर्मचारियों के समान सातवें वेतनमान से पेंशन एवं डीए का भुगतान किया जाए. वहीं 2007 के बाद कार्यरत स्थायी कर्मचारियों को तत्काल वेतन भुगतान और स्थायी कर्मचारियों को तत्काल नियमित और कुलसचिव पद पर विश्वविद्यालयीन सेवा के अधिकारियों को पदोन्नत कर नियुक्ति प्रदान की जाए.
एकजुट होकर कर्मचारी और शिक्षकों का प्रदर्शन: बुधवार को जीवाजी विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी कर्मचारी और शिक्षकों ने एकजुट होकर धरना दिया. यह धरना 3 घंटे तक चला, इसके बाद यह 25 मई तक कार्यालयीन समय में एक-एक घंटा बढ़ते क्रम में कार्य का बहिष्कार करेंगे. 26 मई को सभी अधिकारी-कर्मचारी और शिक्षक 5 घंटे काम बंद रखेंगे. वहीं 29 मई से 1 जून तक अधिकारी, कर्मचारी और शिक्षक शाम 4 बजे तक काम नहीं करेंगे और कलेक्टर को ज्ञापन देंगे. फिर भी 2 जून तक मांगों पर कार्रवाई नहीं की गई तो वे अनिश्चितकालीन कार्य से बहिष्कार कर क्रमिक भूख हड़ताल करेंगे.