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10 हजार की रिश्वत लेते सहायक यंत्री गिरफ्तार, लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई

लोकायुक्त पुलिस ने जनपद पंचायत मुरार कार्यालय में पदस्थ सहायक यंत्री को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है. लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

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Published : Nov 6, 2019, 7:02 PM IST

सीसी रोड़ की स्वीकृति के लिए बाबू मांग रहा था रिश्वत

ग्वालियर। लोकायुक्त पुलिस ने सहायक यंत्री को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. आरोपी 800 मीटर की सीसी रोड के निर्माण की स्वीकृति के लिए 50 हजार की रिश्वत की मांग कर रहा था. शिकायतकर्ता मोहर जाटव जब जनपद पंचायत कार्यालय में सहायक यंत्री अनिल कुमार शुक्ला को 10 हजार देने पहुंचा था इस दौरान लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वतखोर सहायक यंत्री को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया.

10 हजार की रिश्वत लेते सहायक यंत्री गिरफ्तार

शिकायत के आधार पर लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी सहायक यंत्री को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरु कर दी है. लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला पंजीकृत कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी गई है.शिकायतकर्ता मोहर जाटव ने बताया कि इस तरह के भ्रष्टाचार से शासकीय कर्मचारी के लिए विकास कार्यों में सबसे बड़ी बाधा होती है. ऐसे में जिम्मेदार अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए.

दरअसल, ग्राम पंचायत सरपंच पति मोहर जाटव द्वारा बीते 4 नवंबर को लोकायुक्त ग्वालियर में शिकायत की गई थी कि जनपद पंचायत मुरार में पदस्थ सहायक यंत्री अनिल कुमार शुक्ला द्वारा गांव में 800 मीटर सीसी रोड निर्माण की स्वीकृति के लिए 50 हजार की रिश्वत की मांग कर रहा है.

ग्वालियर। लोकायुक्त पुलिस ने सहायक यंत्री को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. आरोपी 800 मीटर की सीसी रोड के निर्माण की स्वीकृति के लिए 50 हजार की रिश्वत की मांग कर रहा था. शिकायतकर्ता मोहर जाटव जब जनपद पंचायत कार्यालय में सहायक यंत्री अनिल कुमार शुक्ला को 10 हजार देने पहुंचा था इस दौरान लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वतखोर सहायक यंत्री को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया.

10 हजार की रिश्वत लेते सहायक यंत्री गिरफ्तार

शिकायत के आधार पर लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी सहायक यंत्री को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरु कर दी है. लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला पंजीकृत कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी गई है.शिकायतकर्ता मोहर जाटव ने बताया कि इस तरह के भ्रष्टाचार से शासकीय कर्मचारी के लिए विकास कार्यों में सबसे बड़ी बाधा होती है. ऐसे में जिम्मेदार अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए.

दरअसल, ग्राम पंचायत सरपंच पति मोहर जाटव द्वारा बीते 4 नवंबर को लोकायुक्त ग्वालियर में शिकायत की गई थी कि जनपद पंचायत मुरार में पदस्थ सहायक यंत्री अनिल कुमार शुक्ला द्वारा गांव में 800 मीटर सीसी रोड निर्माण की स्वीकृति के लिए 50 हजार की रिश्वत की मांग कर रहा है.

Intro:ग्वालियर - लोकायुक्त पुलिस ने जनपद पंचायत मुरार कार्यालय में पदस्थ सहायक यंत्री को रिश्वत लेते रानी हाथ पकड़ा लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत मामला पंजीब्रत कर आगे की जांच शुरू कर दी है। दरअसल ग्राम पंचायत के सरपंच पति मोहर सिंह जाटव द्वारा बीते 4 नवंबर को लोकायुक्त ग्वालियर में शिकायत की गई कि जनपद पंचायत मुरार में पदस्थ सहायक यंत्री अनिल कुमार शुक्ला द्वारा गांव में 800 मीटर सीसी रोड निर्माण की स्वीकृति के लिए 50 हजार की रिश्वत की मांग की है। जहां 5 नवंबर को 10 हजार में सीसी रोड की मंजूरी के लिए सौदा तय हुआ और जब आज शिकायतकर्ता मोहर सिंह जनपद पंचायत कार्यालय में सहायक यंत्री अनिल कुमार शुक्ला को 10 हजार देने पहुंचा। वैसे ही पूर्व सूचना के आधार पर लोकायुक्त पुलिस द्वारा रिश्वतखोर सहायक यंत्री को पकड़ लिया गया है।


Body:शिकायत के आधार पर लोकायुक्त पुलिस द्वारा रिश्वतखोर सहायक यंत्री को पकड़ लिया गया। शिकायत के आधार पर होने के बाद लोकायुक्त भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला पंजीकृत कर लिया गया है और आगे की जांच शुरू कर दी गई है। शिकायतकर्ता मोहर सिंह का कहना है कि इस तरह की भ्रष्टाचार में लिप्त शासकीय कर्मचारी विकास कार्यों में सबसे बड़ी बाधा होती है ऐसे में जिम्मेदार अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिये आखिर ग्रामीण अंचल में विकास कार्य की गति धीमी क्यों रहती है।


Conclusion:वाइट - मोहर सिंह शिकायतकर्ता, सरपंच पति

बाइट - बीके चतुर्वेदी, लोकायुक्त इंस्पेक्टर ग्वालियर
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