ग्वालियर। जिले में मानसून का रूठना लगातार जारी है, पिछले 4 दिनों से बारिश जैसा माहौल बनने के बाद भी ग्वालियर में इंद्रदेव अपनी कृपा नहीं बरसा रहे हैं. हालांकि, जिले में हल्की-फुल्की बारिश हुई है, लेकिन अच्छी बारिश नहीं होने से लोग मायूस हैं.
शहर में कम बारिश होने से किसानों को अब फसलों की चिंता सताने लगी है. इस समय किसान अरहर, बाजरा, तिल और धान की बोवनी कर चुके हैं, जिसमें अधिक पानी की जरूरत होती है. धनवान किसानों ने तो किसी तरह धान को अपने संसाधनों से सिंचित कर दिया है, लेकिन दूर गांव के गरीब किसान अभी तक ढंग से अपनी फसलों को पानी नहीं दे सके हैं. ग्वालियर में अभी तक सामान्य बारिश से डेढ़ सौ मिलीमीटर कम बारिश हुई है. जानकारी के मुताबिक 11 अगस्त तक 390 मिलीमीटर के आसपास बारिश होती है, लेकिन अभी तक 284 मिलीमीटर बारिश हुई है.
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मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक का कहना है कि अभी 20 अगस्त तक मानसून सक्रिय है, जिससे कभी-भी ग्वालियर में बारिश हो सकती है. इसके अलावा बंगाल की खाड़ी से उठने वाला एक और मानसून इस महीने के अंत तक सक्रिय रहेगा. मौसम वैज्ञानिक का ये भी कहना है कि देर से ही सही ग्वालियर में बारिश सामान्य का आंकड़ा पार कर लेगी. वैसे ग्वालियर में पिछले चार सालों से लगातार बारिश की कमी दर्ज की जा रही है.